“इस वर्ष मड़कोलेश्वर महादेव जी के साथ शिवभक्तों ने खेली रंग बिरंगे फूलों की होली”
दमोह.रंगों के पर्व होली के उत्सव पर शिवभक्त पिछले चार-पांच वर्षों से बांदकपुर धाम में श्री जागेश्वरनाथ जी के साथ प्रतिवर्ष फूलों की होली का उत्सव मनाते आए हैं लेकिन इस वर्ष बांदकपुर मंदिर कमेटी ने शिवभक्तों को भोलेनाथ के साथ फूलों की होली खेलने की अनुमति नहीं दी जिसके बाद शिवभक्तों ने फूलों की होली की परंपरा का निर्वहन करते हुए दमोह के सीतानगर के पास संगम तट पर विराजमान श्री मड़कोलेश्वर महादेव के साथ रंग बिरंगे फूलों की होली खेली जिस में शिवभक्तों ने अलग-अलग प्रकार के रंग बिरंगे फूलों को एकत्रित करके जिनमें गुलाब, बेला ,गेंदा ,नौरंगा, सफेद फूल, टेसू पुष्प, बेलपत्र सहित गुलाल लगाकर होली खेली ।होली का यह सुंदर दृश्य मड़कोलेश्वर धाम में देखने लायक था जिसमें भोलेनाथ की छवि अति सुंदर मनोहर लग रही थी ।
राम गौतम ने बताया कि मड़कोलेश्वर महादेव जी की प्रेरणा से इस वर्ष यह सुंदर दिव्य आयोजन मड़कोलेश्वर धाम में हुआ है जहां दो नदियों का संगम तट जिसमें सुनार और कोपरा का यह स्थल जहां यह सुंदर दिव्य मंदिर जो देवताओं के द्वारा एक रात्रि में बनाया गया बताया जाता है। जहां पर पूज्य श्री मौनी महाराज का आश्रम पास, में ही सीतानगर की बड़ी शाला जहां पूज्य संत श्री हरिप्रपन्ना दास जी महाराज का निवास स्थल है जहां भजन कीर्तन सत्संग चलता रहता है वही सीतानगर के पहले नदी के किनारे सुंदर गौशाला स्थित है यह पूरा क्षेत्र प्राकृतिक सौंदर्य से भरा पड़ा है जहां सभी को जरूर आना चाहिए। राम गौतम ने बताया कि मड़कोलेश्वर धाम में भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है सभी भक्त यही चाहते हैं कि यहां पर एक सुंदर सामुदायिक भवन ,सुलभ कंपलेक्स का निर्माण सहित अन्य व्यवस्था की जाए जिसमें जनप्रतिनिधि, जिला प्रशासन एवं भक्तजन यथासंभव प्रयास करें ।आयोजन में विशेष रूप से बटियागढ़ क्षेत्र में लगातार सेवा सामाजिक धार्मिक कार्य करने वाले श्री सुरेंद्र सोनी एवं स्थानीय भक्तजन उपस्थित रहे जिनमें श्याम पटेल, संतोष साहू जी पत्रकार महोदय नरसिंहगढ़, कैलाश नेमा, गिरीश नेमा सहित मंदिर के पंडित जी श्री उमेश पाठक जी की विशेष उपस्थिति रही एवं सभी ने भोलेनाथ से क्षेत्रवासियों की मंगलकामना एवम गौसेवा गौभक्ति हेतु प्रार्थना पूजन किया.
ब्यूरो चीफ-लखन ठाकुर जिला दमोह मध्य प्रदेश
