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मोहगांव के सुड़गांव का मामला, किसानों व ग्रामीणों को नहीं मिल रहा लाभ

*मोहगांव के सुड़गांव का मामला, किसानों व ग्रामीणों को नहीं मिल रहा लाभ*

*गर्मी में सूख गए अमृत सरोवर, लाखों रुपए खर्च के बाद भी नहीं मिल पा रहा पानी*

*रिपोर्टर इन्द्रमेन मार्को मंडला मध्यप्रदेश*

मंडला. जिले भर मे अमृत सरोवर तालाब निर्माण के नाम पर करोड़ो रुपए खर्च कर दिए गए लेकिन इनमें एक बूंद पानी संरक्षित नहीं हो सका है। यहां तक कुछ जनपद क्षेत्रो में निर्माण भी पूरा नहीं हुआ है। अमृत सरोवर को लेकर प्रदेश सरकार को केन्द्र से मिले भारी आवंटन के बाद सरकार ने सरोवर की कोई रिपोर्ट नहीं ली है। यहीं वजह है अमृत सरोवर के निर्माण को लेकर मंडला जिले में तकनीकी अफसर की मिलीभगत से ठेकेदार घटिया स्तर का निर्माण कर रहे। जनपद पंचायत मोहगांव की ग्राम पंचायत सुड़गाव में मानक स्तर का काम नहीं कराया गया है। इसको लेकर स्थानीय

ग्रामीणो में नाराजगी देखी जा रही है। सरकार की मंशा रही कि अमृत सरोवर से भू जल स्तर भर बढ़ेगा और क्षेत्रीय किसानों ग्रामीणो को पानी की उपलब्धता बनी रहेगी लेकिन मंडला जिले में इन तालाबो के निर्माण के लिए सत्ता दल के लोगो ने अपना रसूख दिखाते हुए बंटवारा कर ठेका लिया लेकिन काम समय पर पूरा तक नहीं कर

*सूखा पड़ा अमृत सरोवर।*

पाए है। इन तालाबो के निर्माण तकनीकी मापदंड व मानको का पालन नहीं हुआ। मोहगांव जनपद क्षेत्र के अमृत सरोवर तालाब का निर्माण इसका उदाहरण है। तत्कालीन अफसर से मिलीभगत कर तालाब निर्माण कार्य स्थानीय कार्यर्ता व ठेकेदार ने ले लिया लेकिन आरईएस के अफसर पर निलंबन की कार्रवाई हो जाने पर ठेकेदार का भुगतान तक अटक गया

*गर्मी में एक बूंद पानी नहीं*

सुड़गांव पंचायत में अमृत सरोवर का निर्माण कार्य गत वर्ष शुरू किया गया है। एक ओर मेढ़ तैयार की गई जिसमें भी काली मिट्टी का उपयोग किया गया तालाब का गहरीकरण किया ही नहीं गया। पानी निकासी के लिए पुलिया बना दी गई। लाखो के तालाब में अभी एक बूंद पानी नहीं है। यहां निर्माण कार्य स्थल पर तालाब निर्माण की कोई जानकारी नहीं दर्शाई गई। ठेकेदार के द्वारा मनमानी काम किया गया है। घटिया व अमानक स्तर का निर्माण कार्य को आरईएस के अधिकारी निर्माण पूर्ण बता रहे।

है। ग्रामीणो का कहना है कि घटिया स्तर का निर्माण होने से तालाब का उन्हें कोई लाभ नहीं मिल रहा है। पंचायत मे बनवाए गए यह तालाब जि मेदारों की लापरवाही के चलते सूखे पड़ा हैं। तालाबों के निर्माण में तकनीकी मापदण्डों व गुणवत्ता की अनदेखी के चलते बरसात में जलभराव हो ही नहीं पाया। बारिश का पानी भरने के साथ ही कहीं मेढ़ फूट गई तो कहीं जलरिसाव के

*जनपद में आधा दर्जन तालाब*

जानकारी के अनुसार मोहगांव जनपद पंचायत क्षेत्र की आधा दर्जन ग्राम पंचायतों में अमृत सरोवर तालाब का निर्माण कार्य पिछले वर्ष स्वीकृत किए गए है लेकिन सुड़गांव, पिपारिया रैयत अन्य पंचायत में निर्माण कार्य अधूरा है। यहां मूनु, चौगान, पीपरदर्श चॉबी में निर्माण घटिया स्तर का किया गया है। मुनू में तीन ओर घिरी पहाड़ी को एक ओर बंद कर तालाब की शक्ल दे दी गई है। करीब पचास लाख का अमृत सरोबर महज कुछ लाखो में पूरा कर दिया गया है। जिले के अन्य जनपद क्षेत्र मे तालाब निर्माण के हाल है।

पशुपालको की समस्या का निजात नहीं हुआ है और शासन सरकार के लाखो रूपए खर्च हो गए है।

चलते धीरे. धीरे पूरा पानी बह गया और अब गर्मी के सीजन इन तालाब में धूल उड़ रही है। जिले में बड़े स्तर पर आनन फानन में तालाब निर्माण करा दिए गए। इस दौरान तकनीकी पहलुओं को नजर अंदाज किया गया। मेढ़ बंधान व पिचिंग के कार्य को गंभीरता से नहीं लिया गया। इसी वजह से इनकी मेढ़ों से पानी का रिसाव होता है। भीषण गर्मी के चलते लोग पानी के लिए बेहाल है।

सुड़गांव अमृत सरोवर का निर्माण कार्य। पूर्ण कर लिया। तालाब का कैचमेंट एरिया अधिक है इसके चलते गहराई नहीं की गई। यह जरूर है कि ठेकेदार को अभी भुगतान नहीं किया गया है।

*प्रेम कुशमारे, ईई, आरईएस*

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