
महान वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई जी के बलिदान दिवस पर युवाओं ने किया नमन।
रिपोर्टर विजय कुमार यादव
उमरिया-अद्वितीय शौर्य और पराक्रम का पर्याय, महान वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई जी के बलिदान दिवस पर जिले की सक्रिय युवाओं की टोली युवा टीम उमरिया के द्वारा गायत्री मंदिर बिरसिंहपुर पाली के समीप महान वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई जी के चित्र पटल पर माला अर्पण कर शत-शत नमन किया गया। भारतीय इतिहास में वीरता और आत्मसम्मान का ऐसा अप्रतिम अध्याय जोड़ा है, जो देश को युगों-युगों तक गौरवान्वित करता रहेगा।
टीम लीडर हिमांशु तिवारी ने बताया कि 18 जून को रानी लक्ष्मीबाई की पुण्यतिथि को देश बलिदान दिवस के रूप में उन्हें याद करता है। साल 1957 में आज के ही दिन रानी लक्ष्मीबाई अंग्रेजों से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुई थीं। अमर वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की स्वर्णिम अध्याय हैं। उन्होंने न सिर्फ अपने अदम्य साहस व शौर्य से विदेशी शासन को नतमस्तक किया बल्कि राष्ट्र व संस्कृति की रक्षा के ऐसे प्रतिमान स्थापित किए जो असंख्य भारतीयों में प्रेरणा बनकर प्रवाहित होने लगा।
उन्होंने कहा कि प्रथम स्वाधीनता संग्राम को अपने पराक्रम, साहस, संगठन शक्ति, अद्वितीय रण कौशल और बलिदान से नई दिशा देने वाली महान वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की अतुल्य संघर्ष और शौर्य गाथा राष्ट्रभक्तों की हर पीढ़ी को अनंत काल तक प्रेरित करती रहेगी।आपने स्वतंत्रता की ऐसी अलख प्रज्ज्वलित की, जिसने संपूर्ण राष्ट्र को जागृत कर दिया। आप अनंतकाल तक महिला सशक्तिकरण की प्रेरणास्रोत बनकर बेटियों को आगे बढ़ने की राह दिखाएंगी।
इस दौरान हिमांशु तिवारी,खुशी सेन,संजीवनी पटेल, राहुल सिंह,रुद्र प्रधान, शरद तिवारी, सत्यम सेन,श्रीराम तिवारी उपस्थित रहे ।