Follow Us

झारखंड मांगे जयराम अभियान की विस्तृत जानकारी

झारखंड मांगे जयराम अभियान की विस्तृत जानकारी

100 दिन, 30 लाख कार्यकर्ता, सवा तीन करोड़ लोग, एक संदेश हर घर तक

झारखंड मांगे जयराम

झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति ‘झारखंड मांगे जयराम’ अभियान के शुरुआत की घोषणा करती है। यह अभियान हूल क्रांति से प्रेरित है।

30 जून 2024 को हूल क्रांति दिवस पर इसकी बुनियाद रखी गई। रांची के स्टेट गेस्ट हाउस में दिनांक 08 जुलाई को इसकी आधिकारिक घोषणा की गई।

झारखंड को क्रांति के रास्ते से बदलाव की जरूरत है। इसके लिए श्री जयराम महतो जी के हाथों में झारखंड के नेतृत्व को सौंपना लक्ष्य है।

पिछले तीन सालों में झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के केंद्रीय अध्यक्ष श्री जयराम महतो जी के नेतृत्व में झारखंड के अंदर क्रांति एवं बदलाव की आवाज बुलंद हुई है।

इस संदेश को राज्य के सवा तीन करोड़ की आबादी तक लेकर जाना है। इसके लिए तीस लाख कार्यकर्ता जमीन पर मेहनत करेंगे।

30 जून 1855 में हुए ‘संथाल हूल’ या फिर ‘संथाल विद्रोह’ शोषण और जुल्म के खिलाफ की आवाज थी। सिदो – कान्हू, चांद – भैरव, फूलो – झानो ने मिलकर लड़ाई थी। आज पुनः झारखंड में हक – अधिकारों को हासिल करने के लिए सामूहिक संघर्ष की जरूरत है।

हम इस अभियान के तहत क्या करेंगे ?

‘झारखंड मांगे जयराम’ अभियान के तहत हम बूथ स्तर पर अपनी टीम तैयार करेंगे। इसके लिए जमीनी स्तर पर हमारी टीम कार्य करेगी। जो ‘जयराम की सुनो पुकार, एक बूथ पर जोड़ो सौ परिवार’* का संदेश लेकर हर गांव – गांव जाएगी।

संदेश कैसे गांव – गांव जाएगी?

81 विधानसभा क्षेत्र
24 जिले
5 प्रमंडल
264 प्रखंड
4,345 पंचायत
48 नगर निकाय
29,521 बूथ
32,623 गांवों को मिलाकर कुल 29 हजार 521 मतदान केंद्र हैं। हर एक मतदान केंद्र पर हम कम से कम 100 परिवारों को अपने साथ जोड़ेंगे। एक परिवार में कम से कम पांच सदस्य होते हैं। अतः उन सौ परिवारों के लगभग पांच सौ सदस्यों तक हम अपने कार्यों, उद्देश्यों, संघर्षों, विजन को जनता को बताएंगे। हमें यह लक्ष्य रखना है की एक बूथ पर सौ परिवार हमारे विचारों से जुड़ जाए।

यह कैसे संभव होगा ?

हमारी केंद्रीय कमिटी के नीचे जिला स्तर की कमिटी है। जहां कमिटी नहीं है वहां विस्तार प्रारंभ है। जिला कमिटी, प्रखंड कमिटी से समन्वय बनाकर पंचायत/वार्ड कमिटी की टीम बूथ कमिटी का निर्माण करेगी। हम एक बूथ पर सौ लोगों की टीम बनाएंगे। हम झारखंड के लगभग 30 हजार बूथों पर 30 लाख कार्यकर्ताओं की फौज तैयार करेंगे। जो हमारी विचाराधारा के साथ जुड़कर हमारे कार्य एवं हर संदेश को गांव – गांव लेकर जाएंगे।

फर्स्ट टाइम वोटर्स

लोकसभा चुनाव 2024 के आंकड़े के अनुसार झारखंड में 22 लाख 33 हजार 738 मतदाता पहली बार मतदाता बनें हैं।

जिसमें 11 लाख 39 हजार 960 महिला, एवं 10 लाख 93 हजार 718 पुरुष और 60 थर्ड जेंडर के मतदाता हैं। मतदान करने वालों में पुरुष से ज्यादा महिला मतदाता हैं।

इसमें पुरुष की अपेक्षा 46 हजार 242 महिला मतदाता ज्यादा हैं। हम इन लगभग 23 लाख नए वोटरों को अधिक से अधिक अपने साथ जोड़ेंगे।

झारखंड में कुल 2 करोड़ 55 लाख 18 हजार 642 मतदाता हैं। इनमें 1 करोड़ 29 लाख 97 हजार 325 पुरुष, 1 करोड़ 25 लाख 20 हजार 910 महिला और 407 थर्ड जेंडर के मतदाता हैं।

इनमें 18-19 साल के 8 लाख 08 हजार 371 मतदाता हैं। 80 साल से ऊपर के 3 lakah 22 हजार 709 मतदाता और 85 साल से ऊपर के 1 लाख 39 हजार 445 मतदाता हैं।

लोकसभा चुनाव में झारखंड में 29,521 मतदान केंद्र बनाए गये थे। यह पिछले आम चुनाव की तुलना (29,464) में 57 ज्यादा है। हम सभी बूथों तक पहुंचने का प्रयास करेंगे। युवा, महिला, बुजुर्ग मतदाताओं से जुड़ने के लिए उसी प्रकार की टीम कार्य करेगी।

कार्यकर्ता प्रशिक्षण

किन मुद्दों को लेकर आगे बढ़ना है। किस तरीके से लड़ाई के मोर्चे पर सेनाओं को सजाना है। कार्यकर्ताओं को क्या प्रशिक्षण देना है। कहां पर हमारी कमियां हैं उसे हमें कैसे ठीक करना है इसके लिए कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जाएगा।

जो आधुनिक विधाएं हैं राजनीतिक कौशल की उसके लिए हमें कहां-कहां किन-किन लोगों से क्या-क्या समन्वय बनाना है इसपर चर्चा होगी। झारखंड में बदलाव के लिए हर एक जनमानस से सहयोग लेंगे।

यह अभियान कैसे संचालित होगी ?

यह अभियान झारखंडी महापुरुषों के विचारों के बुनियाद पर संचालित होगी। उनके सोच को हम जनता को बताएंगे। झारखंड निर्माण के असली उद्देश से सबको अवगत कराएंगे। सबका सहयोग लेकर इसे जमीन पर संचालित किया जाएगा। अभियान का मुख्य मकसद सभी को बराबर हक, अधिकार दिलाना है। जन – जन को जागरूक करना है। आम लोगों तक विकास की पहुंच को सुनिश्चित करना है। इसके लिए झारखंड के संघर्षशील नेता जयराम जी को झारखंड क कुर्सी पर बैठाना है। यह संदेश सभी लोगों को देना है। अभियान के दौरान भारतीय संविधान एवं बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के समान अधिकार, सभी को बराबर हक की सोच को जमीन पर उतारने को लेकर जनता से संवाद किया जाएगा। यह अभियान क्षेत्र के सभी पंचायत, गांव, प्रखंडों तक जाएगी। यह बदलाव का एक अभियान होगा। जयराम महतो जी के नेतृत्व में झारखंड में एक नई सरकार बनाने का एक अभियान होगा।

समन्वय

पंचायत कमिटी प्रखंड कमिटी से समन्वय स्थापित कर एक प्रखंड के सभी पंचायत में अभियान के उद्देश्यों को पहुंचाने की जिम्मेवारी का निर्वहन करेगी।

गांव स्तरीय टीम

‘झारखंड मांगे जयराम’ अभियान के दौरान पंचायत कमिटी अपने पंचायत के अंदर एक गांव स्तरीय ‘जन जागरण’ टीम का निर्माण करेगी। जो गांव में अभियान के उद्देश्य को हर घर तक पहुंचाने का कार्य करेगी।

सभी संघर्ष के साथियों द्वारा गांव वालों के बीच प्रचार सामग्री एवं पत्र का वितरण किया जाएगा। इस तरह 100 दिनों में झारखंड के सभी लोगों, वर्गों तक पहुंचने का प्रयास किया जाएगा।

केंद्रीय नंबर

इस अभियान का एक केंद्रीय नंबर होगा जहां पर सभी अपने विचार, समस्याओं, जरूरतों, शिकायतों एवं सुझाव को साझा करेंगे। जिसे जल्द जारी किया जाएगा।

डिजिटल टीम

हमारी एक डिजिटल टीम होगी जो अभियान के डिजिटल उपस्थिति को तय करेगी। साथ ही पंचायत कमिटी, प्रखंड कमिटी के पास सोशल मीडिया आर्मी की टीम होगी जो डिजिटल प्रचार सामग्री को अपने-अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रचारित और प्रसारित करेंगे।

प्रेस रिलीज

प्रेस रिलीज – जिस क्षेत्र में जिस दिन कार्यक्रम होगा वहां के स्थानीय पत्रकारों को एवं डिजिटल पत्रकारों को अनिवार्य तौर पर उसका प्रेस रिलीज फोटो और वीडियो भेजा जाना है। जिससे स्थानीय स्तर पर भी यात्रा का प्रचार प्रसार मीडिया के माध्यम से भी हो सके। सभी क्षेत्र के मीडिया के साथियों का संपर्क स्थानीय मीडिया प्रभारी तैयार रखेंगे।

प्रमुख व्यक्तित्व

जिस तारीख और दिन को जिस क्षेत्र में अभियान के तहत कार्यक्रम होगा उस इलाके के प्रमुख व्यक्तियों का नाम, मुखिया, बुजुर्ग, पंचायत समिति आदि का नाम, नंबर पूर्व से पंचायत कमिटी के लोग उपलब्ध कराएंगे। उन्हें सूचित करेंगे। अगर वे दूसरे दलों में हैं फिर भी उन्हें इस अभियान के बारे में बताना है। वे आना चाहते हैं तो उनका स्वागत है। जिससे अभियान के दिन उनकी भी उपस्थिति रहे। साथ ही यह प्रयास करना है की यह अभियान जहां भी होगी महिलाएं एवं के वहां के प्रबुद्ध लोग अभियान के कार्यक्रम में उपस्थित रहे.

महिलाएं

अभियान जिस इलाके में होगा। वहां के स्वयं सहायता महिला समूह एवं अन्य महिला समूह को इस बात की सूचना देनी है कि हमारे क्षेत्र में झारखंड मांगे जयराम अभियान के तहत आज लोगों से संपर्क स्थापित किया जा रहा है। आप भी इस अभियान से जुडें।

युवाओं की टीम

हर पंचायत में युवाओं की खेलकूद की टीम और अन्य टीम से संपर्क स्थापित कर *झारखंड मांगे जयराम* अभियान के बारे में बताना है। उन्हें अभियान से जोड़ना है।

लक्ष्य

इस अभियान का लक्ष्य झारखंडियों की अपनी सरकार बनाना है। श्री जयराम महतो जी को मुख्यमंत्री बनाकर झारखंड के नेतृत्व की बागडोर को उनके हाथों में सौंपना है।

संदेस

झारखंड के हक के लिए सबको एकजुट होने का संदेश दिया जाएगा। इस बार यदि बदलाव नहीं हुआ तो झारखंड संकट में चला जाएगा। जेबीएसएस ही परिवर्तन कर सकती है यह संदेश सबको देना है।

डाटा कलेक्शन

अभियान के दौरान एक डेटा सीट उपलब्ध होगा जहां पर भी कार्यक्रम चल रहा होगा दो-तीन कार्यकर्ता उस भीड़ में उपस्थित जनसमूह से उस डाटा सीट को भरवाएंगे। जिससे हमारे पास हर पंचायत के अन्य लोगों का भी नाम, नंबर और पेशा ये सब सारी जानकारी उपलब्ध हो जाए। जो हमें बाद में काम आएगी। उसके आधार पर हम नए लोगों से जुड़े रहेंगे। उन्हें अपने अभियान से जोड़े रखेंगे।

खुला पत्र का वितरण

जयराम महतो जी के एक खुला पत्र के माध्यम से झारखंड के सवा तीन करोड़ आबादी को स्थानीयता, नियोजन, विस्थापन, पलायन, बेरोजगारी, नीति के मसले पर स्पष्ट संदेश दिया जाएगा। अभियान के उद्देश्यों को लेकर एक खुला पत्र जारी किया जाएगा। संदेश को यह प्रयास करना है कि पंचायत क्षेत्र के हर गांव के हर घर तक वह पत्र पहुंच जाए। भले ही किसी भी राजनीतिक दल के हो सभी घरों में यह पत्र पहुंचना अनिवार्य तौर पर जरूरी है। इस पत्र की पीडीएफ उपलब्ध कराई जाएगी जिसे अपने स्तर से कार्यकर्ता प्रिंट करवा लेंगे। हर पंचायत में कम से कम 3 हजार पीस पत्र को प्रिंट करवाया जा सकता है। या फिर स्थानीय टीम अपने आवश्यकता के अनुसार इसे प्रिंट करवा सकती है।बूथ कमिटी

इस अभियान के दौरान एक पंचायत के सभी बूथों पर बूथ कमिटी निर्माण के लिए भी साथ-साथ तैयारी करते जाना है। जो साथी अभियान के साथ जुड़ते जाएंगे या हमारे टीम के नए सदस्य बनेंगे उनसे यह जानकारी हासिल करना है कि आप किस बूथ अर्थात मतदान केंद्र के निवासी हैं और उन्हें उस बूथ पर एक जिम्मेदारी देनी है जिसमें एक व्यक्ति बूथ के प्रभारी नियुक्त होंगे और वह उस बूथ की कमिटी की मॉनिटरिंग करेंगे। हमारा यह प्रयास होगा कि प्रत्येक बूथ पर हम 100 लोगों को अपनी टीम का हिस्सा बनाएं। अर्थात बूथ कमिटी की टीम में सौ लोग रहें। हम इन सौ लोगों को उन परिवारों का अंगना प्रमुख बनाएंगे जिन सौ परिवारों से हम लोगों ने संपर्क स्थापित किया था। अर्थात एक बूथ का कार्यकर्ता एक अंगना का प्रमुख होगा। इस प्रकार हमारे सौ लोग सौ परिवार/आंगन के लोगों को हमारे पक्ष में मतदान करने के लिए प्रेरित करेंगे।

100 दिन, 30 लाख कार्यकर्त्ता, एक संदेश, सवा तीन करोड़ लोग ।

100 दिन में 30 लाख कार्यकर्ता राज्य के सवा तीन करोड़ लोगों तक इस अभियान का संदेश पहुंचाएंगे। इसमें सभी कार्यकर्ताओं को लग जाना है।

अभियान से जुडें। झारखंड में बदलाव का संकल्प लें।

Leave a Comment