दारू प्रखंड में मनरेगा कार्यो में भारी लूट डीडीसी के आदेशों का भी नहीं होता है अनुपालन

हजारीबाग जिला के दारू प्रखंड ऐसा प्रखंड है। जहां मनरेगा कार्यो में खुलेआम अनियमितता बरती जाती है। मनरेगा कार्यो में प्राक्कलन के अनुसार न तो कार्य होता है। न मनरेगा अधिनियमों के अनुसार कार्य किया जा रहा है। बिरसा सिंचाई कूप निर्माण में मशीन एवं हाइड्रा मंगाकर कूप की खुदाई की गई है। वहीं कूप बाधने में सीमेंट बालू के जगह मिट्टी का गिलावा जमकर उपयोग में लाया गया है। किसी भी कूप पर सूचनापट्ट नही लगाया जाता है।इतना ही नही मनरेगा के कई शिकायतों के बाद हजारीबाग उप विकास आयुक्त और वरीय अधिकारियों की हस्तक्षेप के बाद भी मनरेगा के बिचौलियों का मन बढा हुआ है। सरकार के सभी नियमों को ताक पर रखकर खुल्लम-खुल्ला अनियमित कार्य करते हैं। ज्ञात सूत्रों के अनुसार 18 जुलाई 2024 को मनरेगा कार्य में जागरूकता लाने के लिए और जेसीबी मशीन का उपयोग न करने के लिए जेसीबी मशीन के मालिकों के साथ उप विकास आयुक्त एक आवश्यक बैठक की। जिसमें सख्त निर्देश दिया गया, कि सभी जेसीबी मशीन के मालिक किसी भी प्रकार के मनरेगा कार्य में मशीन न लगाये। इस आदेश के बावजूद भी ईरगा पंचायत के ईरगा गांव दामारटाण्ड में आम बागवानी पौधारोपण में खुलेआम जेसीबी मशीन का उपयोग किया जा रहा है। इन बिचौलियों को किसी प्रकार का कोई भय नही है। वही मनरेगा कर्मी कई दिन से हड़ताल में रहते हुए भी मनरेगा का कार्य निष्पादित एवं संचालित हो रहा है। इस संबंध में ईरगा मुखिया अनीता देवी से बात करने पर बताई की जेसीबी मशीन कहीं लगाया गया है। इस संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है। मैं मीटिंग में था। वही दारू प्रखंड विकास पदाधिकारी हारून रशीद से दूरभाष पर बात करने पर उन्होंने बताया कि मनरेगा का कार्य जेसीबी मशीन से किया जा रहा था। हम लोग को जैसे ही सूचना मिली, काम को बंद करवा दिया गया है, और आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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