खबर नरसिंहपुर
धीरज विश्वकर्मा
मो – 9111399908
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्राम आड़ेगांव कला में 214 पात्रों को अप्राप्त
नरसिंहपुर जिला के गाडरवारा तहसील विधानसभा-साईंखेड़ा ब्लाक-अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत आडेगाव कला में हितग्राहीयो को अभी तक पी एम आवास प्राप्त नहीं हुई है विगत दिवस रमपुरा ग्राम साईंखेड़ा में जो घटना हुई निश्चित ही वह है मानवता के लिए बहुत बड़ी क्षति है।
जिसमें एक परिवार के 7 लोग कच्चे मकान में दबाकर रह गए जिन्हें जन सहयोग और शासन प्रशासन की सक्रियता से पांच लोगों को सकुशल निकाला गया लेकिन दो लोग मृत हो गए।
बताया जाता है कि उन लोगों को पीएम आवास नहीं मिला था।
आज शासन प्रशासन ने 8 से 10 लख रुपए की उन्हें स्वीकृति दे दी है लेकिन जब उनके परिवार का सदस्य ही चला गया तो इस राशि का अब कोई मूल्य नहीं हो जाता लेकिन फिर भी जो सहयोग किया है वह सराहनीय है।
ऐसा ही मामला घटनाक्रम ग्राम आड़ेगांव कला में भी हो सकता है।
क्योंकि यहां भी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 314 पात्र हितग्राहियों में से मात्र 100 हितग्राहियों को ही वर्ष 2011की सर्वे की सूची अनुरूप प्रधानमंत्री आवास मिले हुए हैं।
गांव में अधिकतर मकान अभी भी खपरैल और कच्चे बने हुए हैं लगातार हो रही बारिश से कुछ मकान गिर भी गए हैं लेकिन गनीमत रही कि किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है।
ऐसे में शासन प्रशासन में बैठे जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों से आग्रह है कि कर्मचारियो से आदेशित करके लोगों को गांव का सर्वे कराकर पात्र हितग्राहियों के आधार पर उन्हें पीएम आवास योजना का लाभ दिलाना चाहिए।
सभी ग्राम पंचायत में लगातार पीएम आवास मिले और निर्मित हो भी गए लेकिन ग्राम पंचायत आडेगाव कला में आज दिनांक तक 214 पात्र हितग्राहियों पी एम आवास की सूची लटकी हुई है।
जिनमें से किसी को भी अभी तक पीएम आवास नहीं मिले हैं।
ग्राम पंचायत के सरपंच ने बताया कि शासन तक लगातार सूचियां भेजी गई लेकिन अभी तक आडेगाव ग्राम पंचायत को पीएम आवास की स्वीकृति नहीं मिली है।
ग्ग्राम पंचायत के सचिव के द्वारा बताया गया कि ऊपर से सूची किसी कारणवश डिलीट हो गई है इस कारण से हितग्राहियों को लाभ नहीं मिल पाया है।
जिनको पीएम आवास की सख्त जरूरत है उन्हें नहीं मिले हैं आखिर इसमें कब सुधार होगा आज वह कच्चे मकान में रहने को मजबूर है तथा लगातार हो रही बारिश से उनमें भय का माहौल बना हुआ है।
ग्राम में अभी कुछ कच्चे मकान गिरे भी है जिनकी सूचना ग्राम पंचायत और नागरिकों ने पटवारी कोटवार के माध्यम से भेजी है।
आखिर क्यों देरी है क्या किसी घटना के बाद ही सहायता और कार्य सक्रियता नजर आयेगी।