खबर सहारनपुर से नालों से जुड़ी हुई
सहारनपुर नगर निगम द्वारा ठेकेदारों को नाला बनाने के लिए दिये जो अब तक के 3 महीने हो गये जो अभी तक पूरे नहीं हुए सेक्टर 49 सहारनपुर में
पीडब्ल्यूडी विभाग का भ्रष्टाचार जनपद में चरम सीमा पर है, विभाग द्वारा जनपद में कराए जा रहे सड़क निर्माण हो नाला निर्माण हो या कोई अन्य तरह का निर्माण। अगर आप इन निर्माणों की जाँच कराएंगे तो अधिकतर निर्माणों में आपको घटिया निर्माण सामग्री लगी हुई मिलेगी अथवा जो मानक टेण्डर देते समय निकाले जाते हैं वह मानक पूरे नही मिलेंगे। सबसे खास बात आपको ये देखने को मिलेगा कि अधिकतर निर्माण कार्यों के लिए ठेके इन लोगों द्वारा अपने चहेते ठेकेदारों को ही दिया जाता है क्योंकि उसके बदले में एक मोटा कमीशन इनकी जेब मे जाता है। इन दिए गए कार्यों के ठेकेदारों की जाँच की जाए तो आप देखेंगे कि जितने ठेके दिए गए हैं उनमें नाम की समानता मिलेगी यानि कि ये ठेके कुछ लोग हैं अधिकतर उन्ही को दिया गया है।
अभी वर्तमान में पेपर मिल रोड पर एक नाले का निर्माण कराया जा रहा है जिसकी अगर जाँच की जाए तो घटिया सामग्री तो लगाया ही है साथ मे नाले में नीचे जो सरिए का जाल बनता है वह नही है साथ ही नाले के दीवारों में u टाइप जाल की बजाय खड़ा सरिया लगा दिया गया है। अब ये नाले कितने दिन चलेंगे या कहें तो काम ये इतना ही करते हैं जितना इन्हें पता होता है कि यह निर्माण अब कब तोड़कर कुछ और निर्माण कराया जाएगा।यह ठेका भी विभाग द्वारा अपने चहेते ठेकेदार को दिया गया है और जो जेई महोदय हैं वह इस पर कुछ कहना ही नही चाहते हैं उन्हें अगर फोन किया जाए तो फोन नही उठाते।
मुख्यमंत्री महोदय मुख्य सचिव व पीडब्ल्यूडी मंत्री को पत्र लिखकर इस जेई के द्वारा कराए गए सभी निर्माणों के जाँच की मांग स्थानीय व्यक्ति द्वारा की जा रही है इसमें अब देखना है कि जाँच की प्रक्रिया होती भी है या भाजपा सरकार में सारे ही 52 गज के हैं। रिपोर्टर रमेंश सैनी सहारनपुर