
नरेश सोनी हजारीबाग संवाददाता
सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सरकार के खिलाफ की नारेबाजी, एसडीओ के माध्यम से सौंपा राष्ट्रपति को ज्ञापन
हजारीबाग अनुसूचित जाति आरक्षण पर सर्वोच्च न्यायालय के हालिया फैसले के खिलाफ दलित व आदिवासी सगठनों की ओर से बुलाये गये भारत बंद का हजारीबाग में असर देखा गया। बंद के कारण स्तायात व्यवस्था प्रभावित रही। बंद कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये भीम आर्मी, अखिल भारतीय कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मेर्चा, राष्ट्रीय जनता दल, वापपंथी संगठन सहित कई राजनीतिक दल सड़क पर उत्तरे थे। 21 अगस्त को सुबह 8.00 बजे बंद समर्थक सड़क पर उतर कर आवागमण को ठप्प कराया। दुकानो को कुछ देर के लिये बंद कराया गया
नरेश सोनी हजारीबाग संवाददाता।
भारत बंद को सफल बनाने भीम आर्मी के कार्यकर्ता सड़क पर उतरे
हजारीबाग:विष्णुगढ़ एसटी- एससी आरक्षण के वर्गीकरण के आए फैसले के विरोध में बुधवार को भारत बंद के तहत विष्णुगढ़ सात माइल मोड में उतर कर भीम आर्मी ने जाम कराया। सड़क जाम कराने में भीम आर्मी के समर्थन में कांग्रेस, जेबीकेएसएस एवं झारखंड राज्य अनुसूचित जाति के कार्यकर्ता शामिल थे। सड़क जाम के पूर्व भीम आर्मी एवं उसके समर्थकों ने विष्णुगढ़ में रैली भी निकाली। जिसमें शामिल कार्यकर्त्ता भीम आर्मी की तख्तियां हाथों में थामें थे। जामकरताओ ने कहा कि एसटी एससी आरक्षण में किसी तरह का वर्गीकरण हमें मंजूर नहीं होगा। आरक्षण पर हमारा हक है। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह आरक्षण खत्म करने की सोची समझी यह रणनीति है। जिला परिषद के निकट अंबेडकर चौक के पास बंद समर्थकों ने सुप्रीम कोर्ट व केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी किया। 1 अगस्त 2024 को भारत के प्रधान न्यायधीष डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली सात सदस्यीय संविधान पीठ ने अपने फैसले में कहा था कि राज्य को सरकारी नौकरियों में आरक्षण देने के लिये अनुसूचित जातियों का उपवर्गी करण करने का अधिकार हैं। इस फैसले का मतलब यह हुआ कि राज्य एससी श्रेणियों के बीच अधिक पिछड़े लोगों की पहचान कर सकते हैं और कोटे के भीतर कोटा के लिये उन्हे उप वगीकृत कर सकते हैं। सर्वोच्च न्यायालय के इस फैसले का विरोध कर रहे संगठनों का कहना है कि एससी में उप वर्गीकरण का निर्णय आरक्षण को लेकर है।
नरेश सोनी हजारीबाग संवाददाता।
एसटी-एससी, ओबीसी के आरक्षण में क्रीमी लेयर के विरोध में बड़कागांव रहा बंद
बड़कागांव/केरेडारी : एसटी एससी ओबीसी का आरक्षण में क्रीमी लेयर करने के विरोध में बड़कागांव में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग द्वारा बड़कागांव बंद किया गया। बड़कागांव में बंद करने के लिए लोग 6:00 बजे सुबह मुख्य चौक पहुंचे एवं पंडाल लगाकर धरना पर बैठ गए। साथ ही बड़कागांव बाजार एवं दुकानों में घूम कर लोगों को आग्रह पूर्वक समर्थन मांगा। जिससे
हांचे और संवैधानिक सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है। केंद्र सरकार विषेष सत्र बुलाकर अध्याधेष लाकर इस फैसले को खारिज करें। ऐसा नहीं करने पर इससे भी उग्र आंदोलन किया जायेगा। इधर बरही में भी बंद का मिलाजुला असर देखा गया। भीम आर्मी के सदस्यों और उनका समर्थन दिए कांग्रेसियों ने बरही चौक को जाम कर दिया। करीब दो बड़कागांव-हजारीबाग रोड, बड़कागांव उरीमारी रोड में वाहन नहीं चले वहीं सभी दुकान बंद रहे। धरना की अध्यक्षता प्रमुख प्रतिनिधि हेमंत भइयां एवं संचालन कृष्णा राम व पूर्व मुखिया दीपक दास ने किया। बड़कागांव में घूम घूम कर बंदी को सफल बनाया। इधर केरेडारी प्रखंड मे बंदी का अंषिक असर रहा।
घण्टों तक जाम लगा रहा। गैर सरकारी विद्यालय बंद रहे, वही अन्य क्षेत्रों में रोज की जैसे दुकान खुली रही। आंदोलनकारियों ने एसडीओ के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा। बंद को देखते हुए विधि व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासनिक अधिकारी डूयटी पर तैनात थे। बंद के दौरान कहीं भी कोई अप्रिय घटना नहीं घटी है।