
रिपोर्टर सुरेन्द्र सिंह अलवर (इंडियन टीवी न्यूज़)
अलवर। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा है कि केंद्र सेबी और अडानी समूह की मिलीभगत के कारण शेयर बाजार के लाखों निवेशकों के निवेश का भविष्य अंधकार में आ गया है। सेबी प्रमुख का ही अडानी समूह से सीधा संबंध निकला है तो जांच कौन करेगा?
जूली ने कहा- सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच की जिम्मेदारी है कि शेयर मार्केट पर नजर रखें और किसी भी ऐसी घटना की निष्पक्ष जांच करें जिससे निवेशकों की मेहनत की कमाई संकट में न आए। हिंडनबर्ग समूह की पहले जारी रिपोर्ट में अडानी समूह की अनियमितताएं सामने आईं, जिनकी जांच सेबी को करनी थी। ऐसे में यह बेहद आवश्यक था कि सेबी के पदाधिकारियों का अडानी समूह से कोई संबंध नही हो, लेकिन यहां तो सेबी प्रमुख का ही अडानी समूह से सीधा संबंध निकला है इस कारण ना तो अनियमितताओं की जांच हो सकी है और ना ही सच जनता के सामने आया है। इस मिलीभगत और इससे हुए घोटाले को उजागर करने के लिए संयुक्त संसदीय समिति से जांच की जानी चाहिए।
जूली ने कहा- संसद में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी लगातार
अडानी समूह के कामों पर सवाल उठाते रहे हैं। प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा चुनाव में अपराध बोध से ग्रसित
होकर चुनावी सभा में अडानी समूह पर लोकसभा चुनावों में
कालाधन रखने का आरोप लगा दिया था लेकिन इन आरोपों
की ना तो ईडी और ना ही आयकर विभाग ने जांच की।