
*सहारनपुर/गंगोह*
*फर्जी पत्रकारिता की आड़ में हड़प गैंग फिर सक्रिय–*
*जनपद से लेकर कस्बा देहात तक फैला फर्जी पत्रकारों का मकड़ जाल आखिर किसके संरक्षण में करते हैं जनता से अवैध उगाही-*
*गंगोह क्षेत्र में भी होता है बड़ा खेला,कभी मिट्टी वालों से, कभी लकड़ी वालों से,कभी स्कूल वालों कभी चाय वालों से उगाई की चर्चाएं दिनों पहले प्रकाश में रही हैं-*
*अगर खुफिया पुलिस ऐसे लोगों की गहनता से जांच करें तो कई लोग निकलेंगे अपराधिक परवर्ती के-*
*ऐसे लोगों का सामाजिक मुद्दों से कोई सरोकार नहीं-*
*सहारनपुर।जनपद से लेकर देहात तक फिर हड़प गैंग के सदस्य सक्रिय।आखिर किस संगठन के संरक्षण के चलते यूट्यूब संचालक पत्रकार बन कर रहे हैं मीडिया को बदनाम।*
कुछ यूट्यूबर पैसे कमाने के लिए प्रेस परिषद के कानूनों की धज्जियाँ उड़ा रहे हैं।सूत्र बताते हैं कि कुछ कथित यूट्यूबरो ने गत दिनों गंगोह क्षेत्र के संबंध में एक खबर सोशल मीडिया पर चलाई जिसमें एक शिक्षक द्वारा एक छात्रा के साथ औछी हरकत करने की खबर थी सूत्रों के अनुसार खबर पूरी तरह तथ्यहीन हवा में चलाई गई थी इतना ही नहीं सूत्र बताते हैं कि कुछ लोग उस शिक्षक के अभी भी चक्कर काट रहे हैं मोंटे पैसे के चक्कर में।जबकि उस खबर से अनेक अभिभावकों पर इसका गहरा असर पड़ा है लोग अपनी बेटियों को स्कूल भेजने में डर महसूस कर रहे हैं।ऐसे फर्जी पत्रकारों से सावधान रहे अगर कोई ब्लैकमेलिंग की बात सामने आती है तो ऐसे लोगों की जुतों व लठ द्वारा अच्छे से खातिर करें।और इसकी सूचना तत्काल डायल 112 या फर्जी पत्रकारों की शिकायत टोल फ्री गूगल से नंबर निकाल कर डीजीपी मुख्यालय को करें।उधर समाज सेवी और पुलिस अधिकारीयों ने भी इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त की है।और कहा है कि हर व्यक्ति की लिखित शिकायत पर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।जनता भी जागरूक बनें हर व्यक्ति गले में आई-कार्ड हाथ में किसी 24×7 न्यूज़ चैनल की आईडी लिए दीखें तो उनमें से अधिकांश लोग पत्रकार नहीं होते। ऐसे लोग हड़प गैंग वाले होते हैं जहां से जो मिला हड़प कर लिया।क्योंकि असली पत्रकार कभी किसी से पैसे नहीं मांगता।ऐसे लोगों से सावधान रहें उनकी वीडियो बनाएं और उनके परिचय पत्र की जांच करें एवंम उसका फोटो अपने मोबाइल में अवश्य ले ले। ब्लैकमेलिंग होने पर प्रार्थना पत्र के साथ उस प्रेस कार्ड की फोटो कॉपी अवश्य लगाएं ताकि कार्रवाई मजबूत हो सके।इतना ही नहीं कुछ कथित यूट्यूबरो ने गत दिनों खबरों के माध्यम से दुष्प्रचार कर वर्तमान सरकार की छवि को खराब करने तक का बड़े पैमाने पर कार्य किया है।इतना ही नहीं वर्तमान सरकार की खामियों को बढ़ा चढ़ा कर को उजागर किया है। लेकिन वर्तमान सरकार में किस समुदाय के कितने लोगों को घर मिला है कितने लोगों को मुंद्रा लोन मिला है कितने लोगों के फ्री गैस कनेक्शन हुए। कितने लोगों को पेंशन मिली, वही कितने लोगों को आयुष्मान कार्ड के माध्यम से फ्री इलाज हुआ और वह सर्वाधिक किस-किस समुदाय के थे इतना ही नहीं सरकार द्वारा चलाई गई अनेक योजनाओं का किसी यूट्यूब चैनल पर कोई जिक्र नहीं है।जबकि केवल सरकार की बदनामी कर अनेक लोगों ने अपना उल्लू सीधा किया है।वही सूत्र बताते हैं कि बात अगर जनपद सहारनपुर की करें तो माननीय एसएसपी एसपी कार्यालय से लेकर कोतवाली क्षेत्रों तक ऐसे लोगों का संगठनों कीआड़ में मकड जाल फैला है।माननीय डीएम एवंम एसएसपी साहब की प्रेस वार्ता के दौरान भी न्यूज़ चैनलों की आईडी सैकड़ो लगती है लेकिन खबर चार-पांच पर ही चलती है।प्रशासन से अनुरोध ऐसे फर्जी पत्रकारों की जांच करा उन पर भी कठोर कार्रवाई करें ताकि जनता का शोषण ना हो सके।अरविंद चौहान रिपोर्ट रमेश सैनी सहारनपुर इंडियन टीवी न्यूज़