खबर सहारनपुर के बिहारीगढ़ से
विश्व फार्मासिस्ट दिवस पर संगठन कार्यालय के मीटिंग हॉल में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। साथ ही केक काटकर फार्मासिस्ट दिवस मनाया गया। सभी फार्मासिस्ट बंधुओं ने एक दूसरे फार्मासिस्ट को बधाई दी।
डॉक्टर आर.के. गोतम ने कहा कि फार्मासिस्ट चिकित्सा विभाग की महत्वपूर्ण कड़ी है, जिसके बिना व्यवस्था की कल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों के साथ फार्मासिस्ट भी बीमारी को दूर करने में सहयोगी है और कोरोना काल में सभी फार्मासिस्ट ने सराहनीय कार्य किया है।
डॉ. प्रशान्त सैनी ने सभी फार्मासिस्ट को अपने अच्छे काम से पहचान बनाने की अपील की।
वही डॉक्टर जगत सिंह ने बताया इस तारीख का अपना अलग ऐतिहासिक महत्व है! दरअसल यह वही दिन है, जब साल 1912 में इंटरनेशनल फार्मास्यूटिकल फेडरेशन एफ. आई. पी.का गठन हुआ था
इसके बाद 2009 में एफआईपी परिषद ने फार्मासिस्ट को लेकर लोगो की समझ को बढ़ाने के मकसद से इंस्टाबुल, तुर्की में एक सम्मेलन के दौरान वर्ल्ड फार्मेसिस्ट्स डे को औपचारिक रूप से मान्यता दी थी और तब से आज तक इस दिन को मनाया जा रहा है_
डॉ. प्रशांत सैनी, डॉ. जगत सिंह, डॉ. तबरेज आलम अमीरी, डॉ. रविंद्र कुमार गौतम, डॉ. जितेंद्र राणा, डॉक्टर मुरसलीन, डॉक्टर सुलेमान, डॉ. ज्ञानेंद्र मित्तल, डॉ. सफदर, डॉ. लोकेंद्र. डॉ रविंदर. डॉ. सुखविंदर भास्कर, डॉ. सुरेंद्र राणा, साहिल फार्मासिस्ट, मनीष राणा फार्मासिस्ट, अयान फार्मासिस्ट, आदि डॉक्टर और फार्मासिस्ट मौजूद रहे!_रिपोर्ट रमेश सैनी सहारनपुर इंडियन टीवी न्यूज़