केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने मुंबई बंदरगाह से ‘क्रूज भारत मिशन’ की शुरुआत की। श्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि देश में क्रूज पर्यटन की अपार संभावनाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए इस कार्यक्रम का उद्देश्य पांच वर्षों के भीतर यानी 2029 तक क्रूज यात्रियों की संख्या को दोगुना करके देश के क्रूज पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देना है। इस ऐतिहासिक अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री (पत्तन, जलमार्ग और जलमार्ग) श्री शांतनु ठाकुर भी श्री सोनोवाल के साथ मौजूद थे।
श्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज यहां क्रूज शिप ‘एम्प्रेस’ पर सवार होकर इस मिशन की शुरुआत की। इस पहल का उद्देश्य भारत के क्रूज पर्यटन के लिए वैश्विक केंद्र बनने के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाना और देश को अग्रणी वैश्विक क्रूज गंतव्य के रूप में बढ़ावा देना है। क्रूज इंडिया मिशन को तीन चरणों में लागू किया जाएगा, जो 1 अक्टूबर, 2024 से शुरू होकर 31 मार्च, 2029 तक चलेगा। चरण 1 (01.10.2024 – 30.09.2025) के तहत पड़ोसी देशों के साथ अध्ययन, मास्टर प्लानिंग और क्रूज गठबंधन बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इसके तहत क्रूज सर्किट की क्षमता को बढ़ाने के लिए मौजूदा क्रूज टर्मिनलों, मरीना और गंतव्यों का आधुनिकीकरण भी होगा। चरण 2 (01.10.2025 – 31.03.2027) के तहत उच्च क्षमता वाले क्रूज स्थानों और सर्किटों को सक्रिय करने के लिए नए क्रूज टर्मिनलों, मरीना और गंतव्यों को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। चरण 3 (01.04.2027 – 31.03.2029) के तहत भारतीय उपमहाद्वीप में सभी क्रूज सर्किटों को एकीकृत करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जो क्रूज संबंधी इकोसिस्टम की परिपक्वता को चिह्नित करेगा, जबकि क्रूज टर्मिनलों, मरीना और गंतव्यों का विकास जारी रहेगा।
इन चरणों में प्रमुख प्रदर्शन लक्ष्यों में चरण 1 में समुद्री क्रूज यात्रियों की संख्या को 0.5 मिलियन से बढ़ाकर चरण 3 तक 1 मिलियन करना शामिल है, साथ ही समुद्री क्रूज की संख्या में 125 से 500 तक की वृद्धि होगी। नदी क्रूज यात्रियों की संख्या चरण 1 में 0.5 मिलियन से बढ़कर चरण 3 तक 1.5 मिलियन हो जाएगी। अंतरराष्ट्रीय क्रूज टर्मिनलों की संख्या चरण 1 में 2 से बढ़कर चरण 3 तक 10 हो जाएगी, जबकि नदी क्रूज टर्मिनल 50 से बढ़कर 100 हो जाएंगे। इसी तरह, मरीना 1 से बढ़कर 5 हो जाएंगे, और अंतिम चरण तक रोजगार सृजन 0.1 मिलियन से बढ़कर 0.4 मिलियन हो जाएगा।
इस अवसर पर अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा, “क्रूज भारत मिशन, भारत के क्रूज क्षेत्र के पुनरुद्धार में एक महत्वपूर्ण पहल है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में, सरकार भारत की ब्लू इकोनॉमी की जबरदस्त क्षमता का दोहन करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारे देश में अपनी जबरदस्त क्षमता के साथ क्रूज लंबे समय से अनदेखे रहे हैं। इसका उद्देश्य इस दूरदर्शी मिशन के साथ हमारे समुद्री परिदृश्य को बदलना और क्रूज पर्यटन के माध्यम से भारत के विशाल समुद्र तट और जलमार्गों की क्षमता का दोहन करना है। इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के महत्वपूर्ण स्तंभों, पर्यटकों के लिए क्रूज सुविधा के संदर्भ में बेहतर अनुभव प्रदान करने और संसाधनों के स्थायित्व के आधार पर, तीन चरणों वाला यह मिशन विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास करेगा और क्रूज पर्यटन के साथ ही समुद्री व्यापार को भी बढ़ावा देगा।”
मिशन का उद्देश्य विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर और गंतव्यों के विकास की दिशा में निरंतर काम करना है, साथ ही प्रौद्योगिकी का लाभ उठाते हुए क्रूज में सवार होने, उससे उतरने और गंतव्य यात्राओं के लिए एक सहज अनुभव प्रदान करना है। यह भारतीय उपमहाद्वीप के सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक सर्किट को बढ़ावा देगा।