उरई(जालौन):जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय व पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार की अध्यक्षता में तहसील उरई के सभागार में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। जिसमे शिकायकर्ताओं द्वारा कुल 42 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए जिसमें से 9 शिकायतों का निस्तारण मौके पर किया गया, बाकि शिकायतों को सम्बन्धित अधिकारियों को मौके पर जाकर शिकायतकर्ता के साथ गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारण करने के निर्देश दिए।
सम्पूर्ण समाधान के अवसर पर जिलाधिकारी ने फरियादियों की समस्याओं को गम्भीरतापूर्वक सुनकर शिकायतों के निस्तारण हेतु सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया। उन्होने कहा कि भूमि विवादों से सम्बन्धित प्रकरणों में राजस्व एवं पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर जाकर निष्पक्ष ढंग से जांच कर निस्तारण कराएं, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। उन्होने यह भी निर्देशित किया कि यदि अवैध कब्जे की शिकायत मिलती है तो राजस्व/पुलिस की टीम मौके पर जाए और तत्काल अवैध कब्जा खाली कराए। अब जिन क्षेत्रों में अवैध कब्जे की शिकायत मिलेगी तो सम्बंधित क्षेत्र के लेखपाल एवं राजस्व निरीक्षक की जवाबदेही तय करते हुए कार्यवाही की जायेगी। उन्होने कहा कि शिकायतों के निस्तारण में गुणवत्ता की जॉच की जायेगी और पारदर्शिता का ध्यान रखा जाए ।शासन की मंशानुरूप शिकायतकर्ता की शिकायत का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण व पारदर्शी ढंग से हो, शिकायत निस्तारण के उपरान्त शिकायतकर्ता से फीडबैक भी लिया जाए। शिकायतकर्ता की संतुष्टि के बाद ही शिकायत का निस्तारण माना जाएगा।
पुलिस अधीक्षक ने समस्त थानाध्यक्षों को निर्देशित किया कि सम्पूर्ण समाधान दिवस में पुलिस विभाग से सम्बन्धित प्राप्त शिकायतों का निस्तारण समय सीमा के अन्दर सुनिश्चित किया जाए। उन्होने निर्देशित किया कि किसी भी थाना क्षेत्र से कोई भी फरियादी द्वारा किसी भी थानाध्यक्ष की शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतने की शिकायत मिली तो निश्चित ही सम्बन्धित थानाध्यक्ष के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।
सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर सभी संबंधित अधिकारी/कर्मचारी तहसील सभागार में मौजूद रहे।
(अनिल कुमार ओझा, ब्यूरो प्रमुख
उरई-जालौन)उ.प्र.