ब्यूरो चीफ मनोज भट्ट
जिला बस्तर छत्तीसगढ़
जगदलपुर 21 दिसम्बर 2024/ कभी नक्सल प्रभावित क्षेत्र रहे बस्तर जिला के विकासखंड दरभा अब बदल गया है. अब यहां कॉफी बोर्ड ऑफ इंडिया के सहयोग से हॉर्टिकल्चर कॉलेज कॉफी का उत्पादन करवा रहा है. जिससे यहां के लोगों को रोजगार भी मिल रहा है. साथ ही उनकी आय में बढ़ोतरी भी करा रहा है. इस बारे में बागवानी वैज्ञानिकों का कहना है कि 2017-18 में प्रयोग के रूप में यहां कॉफी अरेबिका की चार किस्मों के साथ कॉफी रोबस्टा की एक किस्म को 20 एकड़ में लगाया गया था। मनरेगा के कन्वर्जन से महिलाओं को प्लांटेशन के इस जगह से रोजगार के अवसर मिला। यह प्रयोग सफल हुआ, 2020 में इसकी कटाई के बाद इससे बने ब्रांड को बस्तर कॉफी नाम दिया गया। इस प्रयोग के सफल होने पर जिला प्रशासन द्वारा ब्लॉक के उरुगपाल-कांदानार, मुंडागढ़ और बास्तानार ब्लॉक में भी कॉफी का प्लांटेशन करवाया गया।
उद्यानिकी कालेज के वैज्ञानिक ने बताया कि जिला प्रशासन ने वन अधिकार मान्यता पत्र धारकों को लंबे समय तक आय का जरिया देने के लिए धान की खेती के अतिरिक्त अन्य फसल को अपनाने के लिए प्रेरित करने के दौरान दरभा विकासखंड के मौसम और वातावरण को ध्यान रखते हुए कॉफी की खेती को बढ़ावा दिया जाने हेतु पहल किया गया। उन्होंने बताया कि उद्यानिकी विभाग के पास विगत 30 वर्षों का क्लाइमेट की डाटा और टोपोग्राफी के आधार पर प्लांटेशन क्रॉप का कार्य योजना बनाई थी। कॉफी खेती के लिए तीन प्रमुख चीजों का ध्यान रखा जाता है जिसमें समुद्र तल से 650 मीटर से अधिक की ऊंचाई, मार्च अप्रैल में 20 एमएम बारिश और छाया की आवश्यकता होती है। दरभा क्षेत्र में समुद्र तल से आवश्यक ऊंचाई और मार्च अप्रैल में बारिश की आवश्यकता पूरी होने तथा छाया के लिए प्लांटेशन क्षेत्र में सिल्वरओक,आम, कटहल, मुनगा, चंद्रिका का पौधारोपण किया गया इसके अलावा पहले मौजूद महुआ के पेड़ों को रख गया। प्लांटेशन से इस क्षेत्र को नई पहचान मिली है कॉफी का उत्पादन भी होने लगा है जिसमें महिलाएं नवम्बर दिसंबर माह में फसल की तुडाई कर कॉफी बनाने की प्रारंभिक चरण को पूरा कर आगे की प्रोसेसिंग हेतु उद्यानिकी कालेज जगदलपुर भेजते है। जहां पर प्रोसेसिंग, रोस्टिंग, ग्राइडिंग कर पैकेजिंग किया जाता है।
शनिवार को कलेक्टर श्री हरिस एस ने दरभा ब्लॉक के तीन प्लांटेशन केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने दरभा कॉफी प्लांटेशन की सभी कार्यों और आवश्यक व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में उद्यानिकी कॉलेज, फील्ड ऑफिसर से चर्चा किए साथ ही कॉफी प्लांटेशन करने वाले किसानों से भी चर्चा किए। प्लांटेशन में मनरेगा से किए गए कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने कांदानार के कॉफी प्लांटेशन क्षेत्र का भी निरीक्षण किए और ग्रामीणों से चर्चा की। उन्होंने कॉफी उत्पादन के लिए ग्राम में बनी समिति का एसडीएम और जनपद सीईओ की उपस्थिति में बैठक करवाकर समिति में जागरूक किसानों को रखकर पुर्नगठित करने के निर्देश दिए। साथ ही किसानों को प्लांटेशन क्षेत्र की सफाई करवाने और कॉफी के पौधों का संरक्षण करने में सहयोग करने कहा। उन्होंने कहा कि जमीन आपका है, कॉफी का फसल होने पर लाभ भी आपको ही होगा। ग्रामीणों से प्लांटेशन की आवश्यकताओं के सम्बन्ध में भी चर्चा किए। इसके अलावा मुंडागढ़ के कॉफी प्लांटेशन का भी जायजा लिया और ग्रामीणों से चर्चा किए। इसके अलावा उरूग़पाल के ग्रामीणों ने कलेक्टर से गांव के आवश्यक मांग भी प्रस्तुत किए। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत सुश्री प्रतिष्ठा ममगाई सहित जिला पंचायत और जनपद पंचायत के अधिकारी, उद्यानिकी कॉलेज के अधिकारी उपस्थित रहे।