कौशिक नाग-कोलकाता दीघा में बने जगन्नाथ मंदिर में गैर हिंदुओं का प्रवेश रोककर दिखाएं पूर्व मेदिनीपुर के रामनगर में बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए विरोधी दल के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी में यदि दम है तो पुरी की तरह दीघा में जगन्नाथ मंदिर में गैर हिंदुओं का प्रवेश रोक कर दिखाएं. उन्होंने ममता बनर्जी को नकली हिंदू करार दिया. उनका कहना था कि जगन्नाथ मंदिर बनाया गया, लेकिन मुख्यमंत्री ने क्यों सरकारी टेंडर में जगन्नाथ धाम कल्चरल सेंटर लिखा है. सरकारी कागज में क्यों नहीं श्री जगन्नाथ धाम टेंपल लिखा गया. चार धामों में एक धाम पुरी धाम है. यह धाम दो नहीं हो सकता है. पुरी धाम को बदला नहीं जा सकता है. हिंदू जब एकजुट हो रहे हैं, इसलिए वह (सीएम) हिंदू होने का नाटक कर रही हैं. उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अक्षय तृतीया पर मंदिर का उद्घाटन कर सीएम यह घोषणा करें कि पुरी धाम की तरह यहां प्रसाद मिलेगा. हर दिन ध्वज बदला जायेगा. पुरी में हिंदुओं के अलावा अन्य किसी का प्रवेश वर्जित है. यदि दम है तो दीघा में भी इसकी घोषणा करें, इसका हमें इंतजार रहेगा. श्री अधिकारी ने मौके पर दावा किया कि बंगाल में इस समय मुस्लिमों की आबादी 35 फीसदी है. उन्होंने कहा कि कुछ वर्षों में मुस्लिम यहां बहुसंख्यक हो जायेंगे. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में इस समय वहां जो सरकार है, वह हिंदुओं का सफाया करने में जुटी है. 600 से अधिक हिंदू मंदिर तोड़े गये हैं. जब देश का बंटवारा हुआ था, उस समय पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी 33 फीसदी थी. 1971 में बांग्लादेश के गठन के समय वहां हिंदुओं की आबादी 22 फीसदी थी. अब वहां हिंदुओं की आबादी महज 7.5 फीसदी रह गयी है. हाल ही में मंत्री फिरहाद हकीम ने जो बयान दिया था, इसे लेकर भी उन्होंने कटाक्ष किया. आशंका जताते हुए श्री अधिकारी ने कहा कि मुस्लिमों के बहुसंख्यक होने पर धर्मनिरपेक्षता नहीं रहेगी. तब शरिया कानून लागू होगा. मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड चालू होगा. उस समय ममता बनर्जी व उनके भतीजे को हटा कर फिरहाद, सिद्दिकुल्ला, जावेद व हुमायूं जैसे लोग कहेंगे कि अब मुख्यमंत्री हमारा होगा.