60 प्रतिशत घरेलू गैस सिलेंडर का हो रहा अवैध इस्तेमाल

60 प्रतिशत घरेलू गैस सिलेंडर का हो रहा अवैध इस्तेमाल
सोनभद्र समाचार ब्यूरोचीफ नन्दगोपाल पाण्डेय

वितरक कर रहे उज्ज्वला लाभार्थियों के सिलेंडरों का दुरुपयोग

प्रेसवार्ता करते ग्राहक दक्षता कल्याण फाउंडेशन के पदाधिकारी

सोनभद्र। रावटसगंज नगर स्थित एक होटल परिसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मुख्य अतिथि द्वारा बुधवार को बताया गया कि ग्राहक दक्षता कल्याण
फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन सोलंके के आदेशानुसार शहर-शहर जाकर जन जागरूकता कार्यक्रम किया जा रहा है। फाउंडेशन के विभागीय जनसंपर्क अधिकारी अक्षय मिश्र ने कहा कि घरेलू गैस सिलेंडर बेहद सुरक्षित और गैर प्रदूषणकारी ईंधन है। लगभग 60 प्रतिशत घरेलू सिलेंडरों का उपयोग अवैध रूप से व्यवसायिक स्थानों पर किया जा रहा है। इनमें 14.2 किग्रा वाले सिलेंडरों का उपभोग 35
प्रतिशत है, जबकि 16 किग्रा या अन्य व्यवसायिक सिलेंडरों के मामले में 25 प्रतिशत कच्चे बिल का उपयोग खतरनाक तरीके से किया जा रहा है। घरेलू सिलेंडरों का इस्तेमाल एलपीजी वाहनों में भी किया जा रहा है। कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि एलपीजी गैस सीधे टैंकरों से ली जा रही है और लगभग 15 फीसदी सिलेंडरों में इसे भरा जाता है। यह बहुत खतरनाक है। एलपीजी से जुड़ी शिकायतों और दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए राज्य और जिला स्तर पर सतर्कता समिति जैसी समितियां बनायी
गई है, जिसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कहा कि पीएम उज्ज्वला योजना के तहत 2014 से अब तक लगभग 6.58 करोड़ लोगों को 100 रुपये शुल्क के साथ एलपीजी सिलेंडर दिया गया है। एलपीजी सिलेंडर की खरीद पर भारी छूट भी दी जा रही है, लेकिन अक्सर देखा जा रहा. है कि उज्ज्वला लाभार्थी पूरे 12 सिलेंडर नहीं ले रहे है। वितरक इसका दुरूपयोग कर रहे है और अनुचित लाभ उठा रहे है। विनय पांडेय ने बताया कि घरेलू एलपीजी सिलेंडर का बड़े स्तर पर अवैध इस्तेमाल किया जा रहा है। जो ग्राहक निर्धारित गैस सिलेंडर का उपयोग नहीं कर पाते, उनके शेष सिलेंडरों की कालाबाजारी हो रही है। इसकी अवैध बिक्री रोकने से जीएसटी राजस्व में बढ़ोत्तरी हो सकती है। कामर्शियल लोग घरेलू गैस सिलेंडर का चोरी छिपे इस्तेमाल करते है। प्रशासन पर इस पर ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होंने घरेलू गैस सिलेंडर में क्यूआर कोड से ट्रैकिंग प्रारंभ करने की मांग की।

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