उसके नानाजी के साथ मोटरसायकल पे जाते वक्त व्य घटना घडली. नंदुरबार शहर मे सबेरे से बडे धूम धमाके पतक बाजी हो रयती. चायना धागे के वसे उनकी मूर्ती का कारण बताया. बालक का नाम कार्तिक एकनाथ गुरव ऐसा था. चायना धागा बंदी होने के बाद में व्यापारी अपने दो पैसे कमाने के लिए तरीके से हे धागा मार्केट मे भेजते है कलेक्टर का आदेश होने के बाद में इस तरह धागा बेचने वाले पर तेरा तारीख से पहिले कोई गुन्हे दाखल हो किया गया