सोनभद्र समाचार ब्यूरोचीफ नन्दगोपाल पाण्डेय
सोनभद्र के लाल ने जिले का नाम किया रोशन
सोनभद्र.।.मन में अगर हौसला और दिल में जुनून हो तो कामयाबी के हर रास्ते इंसानों के लिए खुले रहते है।जी हा!बात कर रहे है राबर्ट्सगंज कस्बा स्थित एंडोस्कोपिक सर्जन डॉ प्रशांत शुक्ला की जो सोनभद्र जनपद अपने पिछड़े और आदिवासी बाहुल्य जनपद के नाम से देश में विख्यात है। पिछड़े जनपद जहा कम संसाधनों में दृढ़ संकल्प और अथक प्रयासों से एक ऐसा मुकाम हासिल किया जो भारत हो नहीं विदेशों में भी परचम लहरा दिया जो जापानी सोसाइटी एंडोस्कोपिक सर्जरी किए संयुक्त फेलोशिप में भाग लिए जिसमें एशिया से केवल तीन लोगों का चयन हुआ। इस फेलोशिप का मुख्य उद्वेश्य जापान और एशिया में इंडोस्कोपिक सर्जरी कौशल विकास करना है। इस सफलता का श्रेय उन्होंने अपने दादा सोनभद्र न्यायालय के प्रथम अधिवक्ता प.रामधनी शुक्ला और पिता स्वर्गीय प्रेम प्रकाश शुक्ला को दिए। इतना ही नहीं डॉक्टर प्रशांत शुक्ला जो अपनी चिकित्सा सेवा कई जगहों पर दिए। उनकी इस लगन मेहनत ने साबित कर दिया कि कड़ी मेहनत और सही दिशा में प्रयास करने से कोई भी सपना साकार किया जा सकता है।एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त करने के बाद वह अपने सपनो को और ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए सेवा और उपचार से न केवल बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की बल्कि चिकित्सा क्षेत्र में नवाचार के नए आयाम भी जोड़े। बातचीत में उन्होंने बताया कि मेरा सपना हमेशा से अपना परिवार अपना शहर और अपना देश में सेवा करना है चुकी सोनभद्र जिला पिछड़ा जिला के साथ आदिवासी बाहुल्य जनपद के रूप में जाना जाता है।