185  करोड़ की लागत से गीले और सूखे कचरे से बनेगी ऊर्जा

185  करोड़ की लागत से गीले और सूखे कचरे से बनेगी ऊर्जा

 

निगम ने शासन को भेजी 185 करोड़ की डीपीआर

 

75 करोड से बनेगे बायो सीएनजी प्लांट, 110 करोड़ से बिजली संयंत्र

 

ग्वालियर दिनांक 23 जनवरी 2025 – स्वच्छता में ग्वालियर जल्द ही नई छलांग लगाने जा रहा है। ग्वालियर नगर निगम द्वारा शहर से निकलने वाले गीले और सूखे कचरे के निपटान के लिए शासन को डीपीआर भेजी हैं, संभवत यह डीपीआर जल्द ही स्वीकृत हो जाएंगी। इसमें 6 मेगावाट की क्षमता का बिजली संयंत्र लगाया जाएगा। जबकि 336 टीपीडी गीला कचरा निपटान क्षमता का बायो सीएनजी प्लांट एवं 277 टीपीडी सूखा कचरा निपटान क्षमता का प्लांट लगाया जाएगा। जिसकी डीपीआर स्वीकृत हो चुकी है।

 

नगर निगम आयुक्त श्री अमन वैष्णव के विशेष प्रयास से अब ग्वालियर स्वच्छता में नए कार्य करने को तत्पर है। वर्तमान में ग्वालियर में प्रतिदिन करीब 450 से 550 टन गीला एवं सूखा कचरा निकलता है। वर्तमान में इस कचरे से केवल खाद ही बनाई जा रही है, लेकिन ग्वालियर नगर निगम जल्द ही इस कचरे को ऊर्जा के स्त्रोत में परिवर्तित करने जा रहा है। इसके लिए नगर निगम द्वारा लगभग 185 करोड की लागत के प्रोजेक्टों की डीपीआर शासन को भेजी है। जिसमें लगभग 75 करोड़ की बायो सीएनजी प्लांट एवं सूखा कचरा प्रॉसेस प्लांट की डीपीआर स्वीकृत हो चुकी है।

 

सूखा एवं गीला कचरा निस्तारण के लिए बनेंगे दो प्लांट

 

नगर निगम द्वारा 75 करोड़ की लागत से बायो सीएनजी प्लांट एवं सूखा कचरा प्रोसेस प्लांट लगाया जा रहा है। जिसमें 336 टी पी डी का बायो सीएनजी प्लांट लगाया जाएगा। इस प्लांट को संचालित करने के लिए नगर निगम को प्रतिदिन 336 टन गीला कचरे की आवश्यकता होगी।

 

6 मेगावाट बिजली बनेगी सूखे कचरे से

 

सूखे कचरे के निपटान के लिए बिजली संयंत्र लगाया जाएगा। इसमें सूखे कचरे से प्लास्टिक, पॉलीथिन सहित अन्य ठोस पदार्थों को आदि को अलग कर इसका उपयोग बिजली बनाने में किया जाएगा।

सूचना क्र./137/

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