शबे बरात पर चला नज़्ज़रो नियाज़ का दौर, कब्रिस्तान और जियारत हुए मोमबत्ती,चिराग की रोशनी से जगमग
इंडियन टीवी न्यूज़,
संवाददाता अनूप सारस्वत,
मरादाबाद। नीम वाली ज्यारत और हाफिज बुलाकी शाह ज्यारत के सज्जादनशीन मोहम्मद हफीज हजरत साहब ने फरमाया इस्लामी कैलेंडर का आठवां महीना शाबान-ए-मोअज्जम है, और इस माह के अंदर एक रात की काफी अहमियत है। उस रात को शब-ए-बरात की रात कहा जाता है। इस रात सभी रातों से अफजल है इस्लाम धर्म के लोग इस रात को जागकर अल्लाह तआला की इबादत करते हैं। कहा जाता है कि इस रात जागकर इबादत करना और दूसरे दिन रोजा रखना बहुत अफजल माना गया है। इस महीने की चौदहवीं रात, जिसे शब-ए-बरात कहा जाता है और बरात का मतलब छुटकारा व गुनाहों से माफी होता है। इसलिए इस रात में जागकर इबादत करते हैं। गुरुवार की शाम जिले भर की कब्रिस्तान व मजारें अगरबत्ती मोमबत्ती की रोशनी से जगमगाने लगा । हर ओर उत्साह का माहौल था। शाम होते ही अधिकांश लोग अपने बेटे अथवा पोते (छोटे बच्चों) का हाथ पकड़े कब्रिस्तान की ओर जाते दिखे। कब्रिस्तान में जाकर बड़े के साथ बच्चे भी अपने बुजुर्गों की कब्रों पर फातिहा पढ़ें रहे थे। इसके साथ ही जो भी बड़े अपने बच्चों को कब्रिस्तान लेकर गए थे, वे वहां बच्चों को ये बता रहे थे कि उनके बुजुर्गों का कब्रिस्तान है । इसके अलावा लोग बड़ी पहाड़ी पर हजरत सैयद मलिक बयो रह. और बड़ी दरगाह में हजरत शेख शर्फउद्दीन अहमद यहिया मनेरी रह. की मजार पर फातेहा पढ़ते नजर आए। कब्रिस्तान व मजारों पर फातेहाख्वानी करने के बाद लोग सीधे मस्जिद का रुख कर रहे थे। मस्जिद में रातभर इबादत कर के अल्लाह तआला को राजी करने के लिए दुआएं करते दिखे। रातभर अपना और अपने बुजुर्गों और उम्मते इस्लाम के मोमिन के लिए का दुआ ए मगफिरत करते रहे लोग सुबह की नमाज के बाद घर वापस लौट गए और शुक्रवार को दिन भर रोजा रखा गया । मो. कैसर ने कहा कि जिन लोगों को यह रात मिल रही है, उन्हें चाहिए कि वे इस रात का फायदा उठाएं। उन्होंने कहा कि शब-ए-बरात से ही रमजान की तैयारी शुरू हो जाती है। इसके 15 दिनों के बाद रमजान का रोजा शुरू हो जाता है। इसलिए लोगों को चाहिए कि वे इस्लाम की रास्ते पर चलने का कोशिश करें किसी को चोट नहीं पहुंचाना चाहिए, झूठ बोलना, चुगली करने के अलावा इस प्रकार के सभी बुरे काम करना बंद कर देना चाहिए। रमजान की बरकत की महीना आने वाले हैं इससे बेहतर तरीका और कुछ नहीं हो सकता है।
इंडियन टीवी न्यूज़ के लिए मुरादाबाद से ब्यूरो चीफ अनूप सारस्वत की रिपोर्ट।