सी ओ ऑफिस के सामने से 400 के वी ए का 2000 किलो वजनी ट्रांसफार्मर चोरी, एसडीओ की रिपोर्ट सवालों के घेरे में।
ब्यूरो चीफ अनूप सारस्वत,
इंडियन टीवी न्यूज़,
मुरादाबाद। शहर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है बिजली महकमे के दावे को सच मानें तो मुरादाबाद में चोर सी ओ सिविल लाइंस की नाक के नीचे से 400 केवीए का ट्रांसफार्मर उड़ा ले गए ये ट्रांसफार्मर सी ओ सिविल लाइंस के ऑफिस के सामने अंबेडकर पार्क पर रखा था यानी वह इलाका जहां जिला अस्पताल और दो-दो थाने होने की वजह से दिन-रात चहल-पहल और पुलिस मूवमेंट भी रहता है गौर करने वाली बात यह भी है जिस ट्रांसफार्मर के चोरी होने की बातें बिजली विभाग कर रहा है उसका वजन लगभग 2000 किलोग्राम है, इसमें करीब 485 लीटर तेल और साढे 800 किलोग्राम तांबे का तार भी होता है हमने बिजली विभाग के एक अवर अभियंता से पूछा तो उन्होंने कहा अलग-अलग कंपनियों के ट्रांसफार्मर का वजन अलग-अलग होता है लेकिन 400 केवी ट्रांसफार्मर का न्यूनतम वजन 3.5 कुंटल होता है जे ई ने मीडिया संवाददाता से कहा 400 केवीए के ट्रांसफार्मर की शिफ्टिंग बगैर क्रेन की मदद के नहीं हो सकती, यानी जे ई की बात को सरल शब्दों में समझे तो यह साफ है कि चोर भी ट्रांसफार्मर को बगैर क्रेन की मदद के चोरी नहीं कर सकता ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या चोर ट्रांसफार्मर चोरी करने के लिए अपने साथ क्रेन लेकर आए थे अगर एक सी ओ के दफ्तर के ठीक सामने चोर क्रेन लगाकर ट्रांसफार्मर चोरी कर ले जाते हैं तो इससे शहर में पुलिस के इकबाल पर बड़ा सवालिया निशान लगता है ट्रांसफार्मर चोरी की घटना बिजली महकमे ने 13 जनवरी की बताई 33/11 केवीए बिजली घर पर तैनात अवर अभियंता वीरेंद्र कुमार ने 6 फरवरी को पुलिस को सूचना दी की विद्युत नगरीय वितरण खंड द्वितीय कार्यालय के सामने अंबेडकर पार्क के पास रखा 400 केवीए का ट्रांसफार्मर 13 जनवरी को कुछ अज्ञात लोगों द्वारा चोरी कर लिया गया है उपखंड अधिकारी चतुर्थ श्रीकांत वर्मा ने 6 फरवरी को अपने अक्स ई एन को इस ट्रांसफरमर चोरी के बारे में पत्र लिखा इस पत्र में उन्होंने कहा कि अंबेडकर पार्क के पास रखा 400 केवीए का ट्रांसफार्मर चोरी होने की रिपोर्ट जे ई ने दी है जे ई ने इस बाबत सिविल लाइंस थाने पर 6 फरवरी को एफ आई आर दर्ज करा दी है, मीडिया ने इस बारे में इंस्पेक्टर सिविल लाइंस मनीष सक्सेना से पूछा तो उन्होंने बताया कि अभी ट्रांसफार्मर चोरी की कोई रिपोर्ट नहीं लिखी गई है पुलिस मामले की जांच कर रही है ट्रांसफार्मर और तार चोरी जैसी घटनाएं बड़ी घटना मानी जाती है इसलिए इन घटनाओं को पुलिस भी गंभीरता से लेती है लेकिन ट्रांसफार्मर चोरी की इस घटना को विभाग ने ही करीब 23 दिन तक दबाए बैठा रहा 13 जनवरी की चोरी की सूचना 6 फरवरी को पुलिस को दी गई इस देरी के पीछे आखिर बिजली विभाग के अधिकारियों की क्या मजबूरी थी। शहर में ट्रांसफार्मर चोरी की ताजा घटना में भी बिजली विभाग के अधिकारी सवालों के घेरे में है 13 जनवरी की घटना की सूचना पुलिस को 6 फरवरी को देने का अब सवाल यह भी उठ रहा है क्या विभाग के अधिकारी सीसीटीवी फुटेज के डिलीट होने का वेट कर रहे थे क्योंकि अगर समय से पुलिस को चोरी की सूचना मिलती और पुलिस जांच करती तो सीसीटीवी फुटेज से सब साफ हो जाता कि ट्रांसफार्मर को कब और किसने गायब किया है।
इंडियन टीवी न्यूज़ के लिए मुरादाबाद उत्तर प्रदेश से ब्यूरो चीफ अनूप सारस्वत की रिपोर्ट