स्मार्ट सिटी बिकास की ओर
रिपोर्ट गजेन्द्र सिंह यादव
दुर्गति देख रहे हैं अपने नगर की
कुलगुरु बर्खास्त हो रहे हैं
बलात्कारी-हत्यारे अदालतों की कृपा से बरी होकर नये शिकार ढूंढ रहे हैं
हर्ष फायर मासूमों की जान ले रहे हैं
पति अपनी पत्नी का गला घोंट रहा है
पत्नी प्रेमी की मदद से पति की आँखें निकाल रही है
मामा भांजे का अपहरण कर रहा है
रेत माफिया पुलिस पर ट्रेक्टर चढ़ा रहा है
अस्पतालों में ताला लगा है।डॉक्टर आते नहीं हैं
15 लाख पेड़ लगने थे,पता नहीं कहाँ लगे।सैकड़ों वृक्ष प्रतिदिन काटे जा रहे हैं
100 करोड़ पीने के बाद स्वर्ण रेखा सूख गयी, नेता फूल कर कुप्पा हो गए
300 करोड़ की सड़क चलने लायक नहीं छोडी
एक भी सड़क ऐसी नहीं है जहाँ आप स्कूटर या थ्री व्हीलर से बिना कमर दुखाये निकल पाएं
गंदगी,धूल और बहता सीवर इस शहर की पहचान बन गयी है
स्मार्ट-सिटी के नाम पर 1 हज़ार करोड़ बर्बाद कर शहर को और नर्क बना दिया
आवारा कुत्ते सड़कों पर हैं, dog bite के मरीज़ अस्पतालों में, दवाएं नदारद
गर्व कीजिये कि आप ग्वालियर में हैं!