ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से की शिकायत
अवैध रूप से पेड़ गिराए जाने के मामले में स्थानीय पुलिस कर रही है लीपापोती,वन विभाग ने साधा मौन ,
फतेहपुर हुसैनगंज:-
थाना क्षेत्र के मिश्रामऊ गांव के समीप मार्ग के किनारे लगे नीम, आम,गूलर और बबूल के सरकारी और लोगों के निजी पेड़ों को प्रधान पति ने दो दिन पूर्व जेसीबी मशीन लगा कर जड़ से गिरवा दिया। ग्रामीणों के विरोध करने पर प्रधान पति मारपीट पर अमादा हो गया,जिसकी शिकायत स्थानीय पुलिस और वन विभाग से की गई है,ग्रामीणों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अब ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से शिकायत की है। मामला थाना क्षेत्र के मिश्रा मऊ गांव का है, जहां अहमदपुर मोड़ से लेकर मिश्रामऊ गांव तक रोड के किनारे लगे सरकारी और लोगों के निजी आम,नीम,गूलर और बबूल के पेड़ों को प्रधान पति ने दबंगई से जेसीबी मशीन मंगा कर सारे पेड़ों को एक तरफ से गिरवा दिया। जब ग्रामीणों ने पेड़ गिराए जाने का विरोध किया तो प्रधान पति हावी हो गया और लोगों से निपट लेने की धमकी देने लगा।कहा की तुम्हे जहां जाना हो जाओ पुलिस और वन विभाग मेरी जेब में है,सब से निपट लूंगा।सरकारी पेड़ों के अलावा जिन लोगों के निजी भूमि पर खड़े प्रतिबंधित पेड़ गिराए गए हैं,उन लोगों ने हुसैनगंज थाने में तहरीर दी है। पुलिस मामले को लेकर तीन बार गांव जा चुकी है और लीपापोती करने में जुटी हुई है,इस मामले में जब थाना प्रभारी रणजीत बहादुर सिंह से बात की गई तो उनका कहना था की मामला मेरी संज्ञान में नहीं है,पता करता हूं। ग्रामीणों ने पेड़ अवैध रूप से पेड़ गिराए जाने की सूचना वन विभाग को भी दी है, लेकिन विभाग के कर्मचारी यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि आप पेड़ गिराए जाने की शिकायत अधिकारियों से करे हम नही आएंगे। जब ग्रामीणों को स्थानीय पुलिस व वन विभाग से न्याय नहीं मिला तो ग्रामीणों ने जिलाधिकारी का दरवाजा खटखटाया न्याय के लिए लिखित शिकायत की और सरकारी और निजी भूमि पर खड़े पेड़ो को जेसीबी से गिरवाने वाले दबंग प्रधान पति के विरूद्ध कार्यवाही के लिए विनती की। हुसैनगंज क्षेत्र में अंधाधुंध हो रही पेड़ों की अवैध कटान को लेकर नमामि गंगे जिला सह संयोजक रणधीर सिंह ने स्थानीय पुलिस और वन विभाग के प्रति नाराजगी जाहिर की है,उनका कहना था की क्षेत्र में बार बार पेड़ों की अवैध की सूचना मिल रही है। स्थानीय पुलिस व वन विभाग अपने कर्मचारियों पर कार्यवाही नहीं कर रहा है,क्यो की इन्ही लोगों की सांठ गांठ से सुविधा शुल्क लेकर प्रतिबंधित हरे पेड़ों की कटान होती है,जब कभी अवैध कटान की शिकायत उच्च अधिकारियों तक होती है,तो ठेकेदार पर कम से कम जुर्माना या फिर वन अधिनियम का मुकदमा लिखकर कागजी कार्यवाही पूरी की जाती है। लेकिन विभागीय कर्मचारियों को बचाया जाता है,अब इन लोगो की शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री से की जाएगी।
जिला संवाददाता:- दीपक मिश्रा, राम जी कैमरा मैंन के साथ इंडियन टीवी न्यूज चैनल