नाबालिग बालक की हत्या कर जंगल में फेंकने के सनसनीखेज मामले का आठनेर पुलिस ने किया खुलासा
पत्रकार राजेंद्र प्रसाद यादव
एक अपचारी बालक सहित दो अन्य आरोपी गिरफ्तार
घटना का संक्षिप्त विवरण
आठनेर – दिनांक 19.03.2025 को सूचनाकर्ता झामलाल पिता चुन्नी वर्टी (उम्र 52 वर्ष) निवासी वनग्राम छिंदवाड़ा ने थाना आठनेर में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसका 15 वर्षीय नाबालिग पुत्र दिनांक 14.03.2025 की रात करीब 10 बजे गांव के रामजी मर्सकोले के घर की छत पर सोया था, लेकिन रात करीब 11 से 12 बजे के बीच लापता हो गया। इस सूचना पर थाना आठनेर में गुम इंसान क्रमांक 21/25 दर्ज कर जांच शुरू की गई। बाद में अपराध क्रमांक 114/25 धारा 137(2) बीएनएस के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
जांच के दौरान नाबालिग बालक की तलाश की गई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। दिनांक 22.03.2025 को सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम ठेसका के जंगल में एक अज्ञात व्यक्ति का शव क्षत-विक्षत अवस्था में पड़ा है। इस सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया।
पुलिस अधीक्षक बैतूल श्री निश्चल एन. झारिया के निर्देशन में अति. पुलिस अधीक्षक सुश्री कमला जोशी एवं एसडीओपी भैंसदेही श्री भूपेंद्र सिंह मौर्य द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। प्रभारी सीन ऑफ क्राइम मोबाइल यूनिट निरीक्षक आबिद अंसारी के नेतृत्व में एफएसएल टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर सूक्ष्मदर्शी निरीक्षण किया। थाना प्रभारी आठनेर निरीक्षक बबीता धुर्वे, उपनिरीक्षक संदीप परदेती एवं अन्य पुलिसकर्मियों ने मौके पर साक्ष्य संकलन कर फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी कराई।
शव की शिनाख्त
निरीक्षक बबीता धुर्वे द्वारा सूचनाकर्ता झामलाल वर्टी को बुलाया गया। गांव के गोपाल मर्सकोले, मुकेश पवार एवं अन्य ग्रामीणों की उपस्थिति में शव की शिनाख्त कराई गई। शव के कपड़ों, पहनी हुई बेल्ट एवं अन्य पहचान चिह्नों के आधार पर पुष्टि हुई कि यह मृतक, सूचनाकर्ता झामलाल का नाबालिग पुत्र ही है। शव का पंचनामा तैयार कर वैधानिक प्रक्रिया पूर्ण की गई।
हत्या का खुलासा एवं आरोपियों की गिरफ्तारी
पुलिस अधीक्षक बैतूल श्री निश्चल एन. झारिया के निर्देशन में अज्ञात आरोपी की तलाश हेतु विशेष टीम गठित की गई। जांच के दौरान मृतक के बुआ के लड़के गोपाल पिता किशन मर्सकोले (उम्र 24 वर्ष) निवासी वनग्राम छिंदवाड़ा को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई। उसने बताया कि वह मृतक की बहन से प्रेम करता था और शादी कर परिवार की जमीन हथियाने की योजना बना रहा था। मृतक इस रिश्ते में बाधा बन रहा था, इसलिए उसने हत्या की साजिश रची।
गोपाल ने अपने दोस्त मुकेश पवार और एक अपचारी बालक के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई। दिनांक 14.03.2025 की रात गोपाल, मुकेश और अपचारी बालक ने मृतक को बहाने से बुलाया और मोटरसाइकिल (क्रमांक MH 27 CD 4159) से ठेसका के जंगल ले गए। वहां अपचारी बालक ने मृतक के हाथ पकड़ लिए, मुकेश ने पत्थर से सिर पर वार किया और गोपाल ने लकड़ी से सिर पर हमला कर दिया। जब मृतक की सांस चल रही थी, तो गोपाल ने लकड़ी से उसकी गर्दन दबाकर हत्या कर दी। शव को नाले में फेंक दिया गया और हत्या में प्रयुक्त चप्पल, लकड़ी एवं पत्थर जंगल में फेंक दिए गए।
आरोपी गोपाल, मुकेश पवार एवं अपचारी बालक को गिरफ्तार कर उनके मेमोरेण्डम के आधार पर हत्या में प्रयुक्त लकड़ी, पत्थर एवं मृतक की चप्पल बरामद की गई। आरोपियों को आज न्यायालय में पेश किया जाएगा।
टीम की सराहनीय भूमिका
इस जघन्य हत्या की गुत्थी सुलझाने और आरोपियों को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी आठनेर निरीक्षक बबीता धुर्वे, प्रभारी सीन ऑफ क्राइम निरीक्षक आबिद अंसारी, उपनिरीक्षक संदीप परदेती, उपनिरीक्षक मांगीलाल ठाकरे, सउनि. दिनेश धुर्वे, सउनि. संतोष चौधरी, सउनि. आर.डी. वर्मन, प्रधान आरक्षक 60 भजनलाल चौहान, प्रधान आरक्षक 434 पंकज बटके, आरक्षक 226 बीरबल, आरक्षक 588 भीमचंचल, आरक्षक 04 विप्लव मिरासे, आरक्षक 253 योगेश त्यागी, आरक्षक 101 गिरीराज धाकड़, आरक्षक चालक 03 पवन एनिया, डॉग मास्टर विवेक गाडगे, महिला आरक्षक 93 गजेंद्र पटवारी एवं आरक्षक 689 कंचन चौरे की महत्वपूर्ण भूमिका रही।