बढ़ती गर्मी – हीट स्ट्रोक से बचे डाo संजीव मिगलानी
सहारनपुर।शहर के प्रमुख चिकित्सक डा० संजीव मिगलानी ने बताया कि
बढ़ती गर्मी मे “हीट स्ट्रोक” का खतरा बढ़ गया है।
हीट स्ट्रोक के लक्षण :
गर्मी में शरीर का तापमान 105° F से ज्यादा,दिल की धडकन बढ जाना,लम्बी लम्बी सांसे लेना,ब्लड प्रेशर का कम हो जाना,सिर दर्द और व्यवहार में बदलाव,दौरे पड़ना,कमजोरी, उल्टी आना,चक्कर आना
गर्म, सूखी, लाल त्वचा
हीट स्ट्रोक की जटिलताएं :
सांस लेने में परेशानी,
किडनी पर असर,लीवर पर असर,दौरे पड़ना और बहोश होना।
इन लोगों को ज्यादा संभावना है :
मजदूर लोगों को,हाई ब्लड प्रेशर मरीजो के लिए,खेतों में काम करने वालो को,हृदय रोगी मरीजो के लिए,भट्टो में काम करने वालो को,डायबिटिज के मरीजो के लिए,ड्राईवर को,किडनी के मरीजो के लिए,ज्यादा फील्ड में रहने वालो को,साँस के मरीज़ो के लिए।
बचाव और उपचार :-
बाहर धूप में निकलने के लिए सिर पर टोपी या गमछा बांध ले।
हल्के और ढीले कपडे पहने ।
दोपहर की तेज धूप से बचे।
आँखों पर चश्मा पहने,
खेतों में काम करने वाले मजदूर एवं फील्ड में चलने वालों को हर 2 घंटे में अपने गमछे एवं पतले तौलिये को गीला करके सिर पर रखना चाहिए।खीरा और तरबूज और रसीले फल जरूर खाये इसमें 95 प्रतीशत पानी होता है और इलेक्ट्रोलाईट होते है।नीबू पानी, नारियल पानी, इलेक्ट्राल हर घन्टे लेते रहे।,लगातार फील्ड में काम करने वाले हर एक घंटे में एक लीटर नींबू पानी, शिकंजी या ओ आर एस का घोल आदि लेते रहे।ऑफिस और फील्ड में सामान अनुपात में काम करने वाले हर घंटे में आधा लीटर लिक्विड पदार्थ लेते रहे।सुविधायुक्त ऑफिस में लगातार रहने वाले इसी अवधि में ढाई सो मिलीलीटर लिक्विड पदार्थ लेते है।
गांव देहात में हीट स्ट्रोक आने पर मरीज के शरीर पर तब तक ठंडी पट्टी बांधे, जब तक तापमान 101 से नीचे नही आता।
रिपोर्टर रमेंश सैनी सहारनपुर इंडियन टीवी न्यूज़