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नरवाई प्रबंधन जागरूकता कार्यक्रम

दमोह: जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार ग्राम – सिंग्रामपुर व पोड़ी मानगढ़ में नरवाई प्रबंधन जागरूकता का कार्यक्रम क्षेत्रीय कृषि विस्तार अधिकारी, के एल चौरसिया, दीपेन्द्र पटेल एवं हल्का पटवारी भूपेंद्र हल्दकार द्वारा चलाया जा रहा है जिसमें बताया जा रहा है कि किसान भाई गेहूं के खेत की हार्वेस्टर से कटाई के पश्चात नरवाई ना जलाएं, नहीं तो निकट भविष्य में खेती योग्य भूमि बंजर हो जाएगी, साथ ही यह बताया गया नरवाई जलाने पर जुर्माने के साथ-साथ दंड का भी प्रावधान है जिससे दो एकड़ से कम के लिए ₹2500 ,दो एकड़ से 5 एकड़ के लिए ₹5000 में 5 एकड़ से अधिक भूमि के लिए ₹15000 का अर्थदंड का प्रावधान है। नरवाई से भूसा बनाने के लिए स्ट्रा रीपर का उपयोग कर सकते है, इसके अलावा रोटावेटर एवं हैरो के उपयोग से इसे मिट्टी में ही इस पलट सकते हैं जिससे कुछ समय बाद जैव अपघटन की प्रकिया से यह कार्बनिक पदार्थ में रूपांतरित हो जाती है जो कि एक उत्तम खाद का कार्य करती है , एक और बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका इस नरवाई की है नमी संरक्षण जो किसान ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती करते है उनके लिए यह नमी संरक्षण हेतु वरदान साबित हो रही है अतः ग्रामवासियों को बताया गया कि उक्त चीजों का ध्यान रखे।

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