
मेरा नाम साहिस्ता और पति का नाम जावेद अली है। 2008 में मेरी शादी हुई थी। मेरी बड़ी बेटी की उम्र करीब पन्द्रह वर्ष है मैं दो बेटियो व एक बेटे की मां हूं। मैं अपनी ससुराल टपरी स्थित हयात कालौनी में रह रही हूं। मेरी विधवा सास साजदा व देवरों में, आजाद, अमजद, सद्दाम मुझे घर से निकालने का हर सम्भव प्रयास करें रहें हैं। यहां तक कि असहनीय अभद्र भाषा का प्रयोग कर गन्दी गन्दी गालियां दे ससुराल वाले घर से निकालना चाहते हैं। शादी के बाद से ही में अपनी किस्मत सौच, इनके अत्याचार सहती आ रही हूं। मेरे ससुरालजनों द्वारा मुझे मेरे ससुर द्वारा दिए गए मकान में रहने से वंचित कर मेरे बच्चों के सिर से छत छिनने का काम किया जा रहा है। मुझे बार- बार पुलिस की धमकी देने का काम कर रहे हैं। सास साजदा,व देवर आजाद, अमजद सद्दाम कहते हैं कि हम पुलिस प्रशासन या अन्य किसी से नहीं डरते हैं। पूर्व में भी मेरे ससुरालजनो द्वारा मेरी एक देवरानी को तलाक़ देकर छोड़ा जा चुका है। सहारनपुर पुलिस प्रशासन, सामाजिक संगठन, राजनीतिक संगठनों खास तौर से टपरी व शेखपुरा के मुस्लिम समाज के मेरे भाईयो से कहना चाहतीं हू कि आखिर मैं अपने बच्चों को लेकर कहा पर रहूं। मेरा शौहर भी कुछ खास काम नहीं करता ऐसे में घर का खर्च ही बड़ी मुश्किल से चलता है। मेरे साथ किए जा रहे उत्पीड़न के खिलाफ आपसे मदद की गुहार लगातीं हूं। टपरी और शेखपुरा निवासी भाईयों से गुजारिश है की मेरी मदद करें। महिला उत्पीड़न के खिलाफ कार्यरत संगठन, मानवाधिकार संगठन, सामाजिक संगठन, राजनीतिक दलो से विनम्रतापूर्वक निवेदन है कि मुझे न्याय दिलाने की कृपा करें।
निवेदक
साहिस्ता पत्नी जावेद
हयात कालौनी टपरी सहारनपुर
फोन नं 8630160225
रिपोर्ट रमेश सैनी सहारनपुर इंडियन टीवी न्यूज़