बी जे पी शासन काल मे वन विभाग ने बीस वर्षो के बाद प्रजाति कृषि वनिक /कृषि फसलो के रूप मे उपजाई जाने वाली लकडी़ यूकेलिप्टस पापुलर आदि से चलने वाले काष्ट आधारित उधोग स्थापना हेत् 5/10/2015 के माँ०सुप्रीमकोट के क्रम मै पयार्वरण एंव जलवायु मँत्रालयभारत सरकार के गजटो आनुशार उत्तर प्रदेश वन विभाग ने ई लाटरी के माघ्यम से 1250 जारी किये।प्रोविजनल लाइसेंसधारको से05 साल ऐक ऐक साथ लगभग20करोड़ लाइसेंस.शुल्क2018 मे ही जमा करा लिया गया लाइसेंस शुल्क जमा होने के बाद लाइसेंस धारको ने लगभग 1500करो रूपये जमीन व मशीन मे निवेश उधोग को स्थापित किया ।किन्तु कुछ पुराने लाइसेंस धारक मफियाओं व वन विभाग के (आई०एफ०एस०आरा)अधिकारी व उ०प्र०व हरियाणा के पुराने लाइसेंस धारक उ०प्र०मे उधोग मेनये नये तरीको से उ०प्र०मे लाइसेस रोकवाने का प्रयास शुरू कर दिया । मशीनों का लाइसेंस मिलने के तीन वर्ष बाद भी लाइसेंस धारकों को मशीनों के संचालन की अनुमति शासन द्वारा नहीं दिए जाने से नाराज लाइसेंस धारकों का एक प्रतिनिधि मंडल नगर मजिस्ट्रेट वंदना त्रिवेदी को राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा।प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष कुँवर उमेश सिंह,विजय नारायण,चन्द्रभान आदि के साथ दर्जनों लाइसेंस धारी मौजूद रहे।
गोंडा यू०पी०से आवश अंसारी