
संभाग में कुपोषण निवारण हेतु संचालित किया जाएगा तीन महीने का अभियान
संवादाता विकाश विश्वकर्मा शहडोल
अभियान को सफल बनाने हेतु दिन-प्रतिदिन की कार्ययोजना बनाने तथा मानीटरिंग की व्यवस्था करें- आयुक्त सुरभि गुप्ता
संभाग को कुपोषण मुक्त बनाने हेतु महिला एंव बाल विकास विभाग अन्य विभागांे से समन्वय कर तीन माह तक कुपोषण निवारण कार्यक्रम संचालित करे। अभियान के संचालन के लिए दिन-प्रतिदिन की कार्य योजना, कार्ययोजना को अमलीजामा पहनाने के मैदानी अमले के दायित्वों का निर्धारण, रिपोर्टिंग एवं मानीटरिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करें। यह निर्देश आयुक्त शहडोल संभाग श्रीमती सुरभि गुप्ता ने आयुक्त कार्यालय सभागार में आयोजित कुपोषण निवारण अभियान के संचालन की समीक्षा करते हुए दिए।
आयुक्त शहडोल संभाग ने निर्देश दिए कि संभाग में सभी आंगनवाड़ी केन्द्र समय पर खुलें। वहां दर्ज बच्चे शत-प्रतिशत उपस्थित हों, बच्चों को सुबह का नाश्ता, भोजन तथा विशेष पोषण आहार अलग-अलग समय में वितरित किया जाए। आंगनवाड़ी केन्द्रों में दर्ज बच्चों का वजन लिया जाए तथा उनकी प्रोफाइल तैयार की जाए। जो बच्चे आंगनवाड़ी में नहीं दर्ज हैं उनका वजन घर-घर संपर्क कर लिया जाए।
इस कार्य की सुपरवाइजर के माध्यम से मानीटरिंग की जाए। वजन कम होने के कारणों, भोजन में अरूचि को जानने के लिए स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए। स्वास्थ्य शिविरों में चिन्हित किए गए कुपोषित एवं अतिकुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराया जाए। सभी बच्चों के रिकार्ड दर्ज कराए जाएं। इन कार्यक्रमों में स्थानीय जन प्रतिनिधियों तथा समुदाय को भी शामिल किया जाए। स्थानीय समुदाय के लोगों को कुपोषित एवं अतिकुपोषित बच्चों को गोद में लेने हेतु प्रेरित किया जाए।
संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग मंजूलता सिंह ने कहा कि मंगल दिवस के अवसर पर माताओं को पोषण आहार तैयार करने का प्रशिक्षण दिया जाए तथा तृतीय विशेष आहार आंगनवाड़ी में ही तैयार कराकर मां की उपस्थिति में बच्चों को वितरित किया जाए।
बैठक में संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास मंजूलता सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी शहडोल मनोज लारोकर, उमरिया कुशराम, सहायक संचालक अनूपपुर मंजूषा शर्मा, सहायक संचालक राकेश खरे उपस्थित रहे।