
कौशिक नाग-कोलकाता पांच प्रदर्शनकारी शिक्षकों को पुलिस ने किया तलब शिक्षा विभाग के मुख्यालय विकास भवन के पास सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नौकरी गंवाने वाले शिक्षकों और गैर शिक्षण कर्मियों का धरना रविवार को लगातार चौथे दिन भी जारी रहा. इस बीच, गुरुवार को विकास भवन अभियान के दौरान हुए हंगामे की घटना के बाद अब विधाननगर पुलिस ने आंदोलनकारियों पर सरकारी संपत्ति नष्ट करने, पुलिस के काम में बाधा देने समेत 15 धाराओं के तहत मामला दर्ज कर पांच प्रदर्शनकारी शिक्षकों को थाने में तलब किया है. विधाननगर नॉर्थ थाने में पांच शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. साथ ही अगर वे थाने में हाजिर नहीं होते है, तो गिरफ्तारी की चेतावनी भी दी गयी है. जानकारी के मुताबिक, आंदोलनकारी एक शिक्षक महबूब मंडल को सोमवार को तलब किया गया है. वहीं कुछ को मंगलवार और कुछ को बुधवार को तलब किया गया है. विधाननगर नॉर्थ थाने की पुलिस ने उन्हें अलग-अलग तारीखों पर तलब किया है. आंदोलनकारी बेरोजगार शिक्षक चिन्मय मंडल ने कहा है कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और सरकारी कर्मचारियों को धमकाने को लेकर बुलाया गया है. हमें 19 और 20 मई को बुलाया गया है. अगर कोई नहीं जाता है तो धारा 35(6) के तहत मामला दर्ज किया जायेगा. उन्होंने कहा कि हमलोग जानना चाहते हैं कि इस तरह से एफआइआर दर्ज करने का क्या कारण है, नयी धाराओं के तहत मामला दर्ज किये जा रहे हैं, अलग-अलग समन जारी कर बुलाया जा रहा है. आखिर इसका क्या कारण है? गौरतलब है कि गुरुवार को विकास भवन अभियान के दौरान बेरोजगारों शिक्षकों ने पुलिस की बैरिकेडिंग और गेट को तोड़कर विकास भवन में प्रवेश किया था. शाम तक विकास भवन के अंदर धरना दे रहे थे. आखिर में रात में पुलिस ने शिक्षकों को हटाने के लिए बल प्रयोग किया. इस दौरान पुलिस ने आरोप लगाया है कि आंदोलनकारियों ने पुलिस पर हमले किये, सरकारी संपत्ति नष्ट की. इसी के तहत विधाननगर नॉर्थ थाने में मामला दर्ज किया गया है.