गुना विद्युत विभाग की मनमानी आदिवासी परेशान
खबर मध्य प्रदेश के गुना जिले से है जहां आदिवासियों ने विद्युत विभाग की पोल खोल कर रख दी जी हां सही सुना आपने गेहूंखेड़ा गिर्द और बरखेड़ा गिर्द में सामने आई समस्या, ग्रामीणों के उपकरण हुए खराब
किसानों के साथ धोखा, नए फाउंडेशन में पुराने ट्रांसफार्मर लगा दिए, चार्जिंग में ही फुंक गए
ग्राम पंचायत गेहूंखेड़ा गिर्द और बरखेड़ा गिर्द में सहरिया आदिवासी बस्ती के लोग बिजली की समस्या से परेशान हैं। इनकी बस्ती में शासन द्वारा लगाए गए नए ट्रांसफार्मर लगने के साथ ही जल गए। इसके बाद इन लोगों को दिखाया गया बिजली आने का सपना फिर से अधूरा रह गया। अब दोनों ग्राम के लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि उनकी बस्ती में नए ट्रांसफार्मर लगाए जाएं। उल्लेखनीय है कि बिजली कंपनी आदिवासी बस्ती में बिजली उपलब्ध कराने के लिए 200 से अधिक नए ट्रांसफार्मर लगाने के निर्णय लिया गया था, जिसके बाद अलग-अलग ठेकेदारों को ठेका देकर चिंहित गांवों में बस्ती में पूरा स्ट्रक्चर बनाकर नए ट्रांसफार्मर लगाना था, ठेकेदारों ने उक्त बस्ती नया स्ट्रेक्चर तो खड़ा कर दिया, लेकिन ट्रांसफार्मर पुराने लगा दिए। इसके कारण जैसे बिजली सप्लाई शुरू हुई, यह ट्रांसफार्मर चार्जिंग समय में भी जल गए।
क्या बोले ग्रामीण : ग्राम गेहूंखेड़ा गिर्द के ग्रामीण पवन आदिवासी,
बैजनाथ सहरिया, राजदुलारी और बरखेड़ागिर्द के बसंती बाई व पर्वत आदिवासी ने बताया कि लगभग एक माह पूर्व यह डीपी लगाई थीं, हमें बताया गया था कि इसके रखे जाने के बाद हमारी बिजली की समस्या बंद हो जाएगी। लेकिन जिस दिन इसे चालू किया गया उसी दिन यह जल गई। ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार ने पूरा ढांचा तो नया बनाया है लेकिन ट्रांसफार्मर पुराना रख दिया है, जैसे ही बिजली सप्लाई चालू हुई तो चार्ज होने से पहले ही इनमें फाल्ट हो गया। यदि नया ट्रांसफार्मर रखा गया होता तो शायद यह नहीं जलती। उन्होंने प्रशासन से मांग की उनके क्षेत्र में जल्द से जल्द नए ट्रांसफार्मर रखे जाएं और संबंधित ठेकेदार पर कार्रवाई की जाए।
जिला गुना से गोलू सेन की रिपोर्ट