
*जल जीवन मिशन में गड़बड़ी:फिटिंग होने के दो महीने बाद भी नहीं मिला पानी,अधिकारी बोले- लो वोल्टेज और जल स्तर की वजह से आ रही समस्या*
जल जीवन मिशन में गड़बड़ी:फिटिंग होने के दो महीने बाद भी नहीं मिला पानी,अधिकारी बोले- लो वोल्टेज और जल स्तर की वजह से आ रही समस्या
डिंडौरीएक दिन पहले
केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण जल जीवन मिशन आदिवासी जिलों में दम तोड़ती नजर आ रही है। स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में पीएचई विभाग ने पेयजल के लिए मशीन लगाकर फिट तो कर दिया लेकिन,अभी तक पानी सप्लाई शुरू नहीं हो सकी है। वहीं, पीएचई विभाग के अधिकारी लो वोल्टेज और जल स्तर नीचे जाने की बात कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार पीएचई विभाग ने जिले भर में लगभग 19 सौ आंगनबाड़ी केंद्र और पंद्रह सौ प्राथमिक शाला में पेयजल के लिए बोरिंग कराकर टंकी लगवाई है लेकिन बच्चों को पीने के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। पीने का पानी दूसरी जगह से लाना पड़ता है।
मामला डिंडौरी जिला मुख्यालय के समीप सुबखार ग्राम पंचायत का है। आंगनबाड़ी केंद्र और प्राथमिक शाला एक ही परिसर में संचालित होती है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मधु धारवे ने बताया कि दो महीने पहले ही हैंडपंप में मोटर लगाकर कर ऊपर टंकी रख दी गई है लेकिन अभी तक एक बूंद पानी नसीब नहीं हुआ है। बच्चों को पीने के लिए पानी बाहर से लाना पड़ता है
और बिना उपयोग किए ही सब टूट गया है। हैंडपंप में लगी मोटर भी निकाल कर ले गए हैं। इस मामले में पीएचई विभाग के प्रभारी एक्जीक्यूटिव इंजीनियर शिवम सिन्हा का कहना है कि सुबखार गांव में लो वोल्टेज की समस्या है फिर भी मैं उसे दिखवाता हूं।
इंडियन टीवी न्यूज़ संवाददाता मो0 सफर ज़िला डिंडोरी मध्य प्रदेश