*शहडोल जिले में ASI और पटवारी की हत्या के बाद भी बलबहरा कसेड़नदी में रेत का अवैध उत्खनन रूकने का नाम नहीं ले रहा वहीं इन शातिर रेत माफियाओ पर कब कार्यवाही होगी*
*शातिर रेत माफियाओं पर कब चलेगा जिला प्रशासन का चाबुक मिली जानकारी के अनुसार पुलिस विभाग को भी देते चकमा है*
*बलबहरा क्षेत्र में इन दिनों राजबहोर और छंगा कर रहे कसेड़ नदी से अवैध उत्खनन*
*यहाँ रेत में सिर्फ राजबहोर और छंगा का सिक्का बलबहरा बुढार।।*
*रेत उत्खनन को लेकर स्थानीय प्रशासन कितना सक्रिय हैं इस पर बहस न ही कि जाए तो बेहतर है ताकि बहस की भी अपनी मर्यादा बनी रहे ।*
*खनिज को तो खजाना मिला है बाँकी बचा-कुचा लुत्फ स्थानीय वर्दीधारियों के खाते में चला जाता है। बीते मानसून सत्र में कसेड़ नदी बलबहरा की दुर्दशा कुछ चिन्हित कारोबारी और माफियाओं ने इस कदर की थी वह जिले में किसी से छिपा नही है रोजाना अखबार के किसी न किसी पन्ने में बलबहरा के कसेड़नदी की खबरें स्थनीय खनिज के लाचारी और पंगुता को प्रकट करती थी हद तो तब हो गई जब इस अवैध उत्खनन को लेकर कलेक्टर को एक्शन लेना पड़ा तब जाकर कहीं खनिज अधिकारी पटले का अपनी कुर्सी से पैर उठा हमारे*
*सूत्रों ने बताया कि कलेक्टर द्वारा छापेमार कार्यवाही की रेत को भी माफियाओं ने बेच खाया, इसका खयाल भी खनिज को न रहा । बीते कुछ महीनों से बलबहरा के कसेड़नदी में उत्खनन हो रहा है जिसकी खबर रोजाना किसी न किसी खबरनवीस द्वारा तो लिखा ही जाता है वहीं बलबहरा घाट में पुनः दो नम्बर का कारोबार चंद माफियाओं द्वारा शुरू कर दिया गया है।*
*राजबहोर, छंगा है कि मानता नही, विभाग है कि जानता नही….*
*बलबहरा के कसेड़नदी क्षेत्र में नामक इस कथित रेत माफिया के कद इन दिनों इस कदर बढ़े हुए हैं कि आला विभाग को मैनेज करने का दम भरता है नदी के पानी मे डुबकी लगवाकर बेबश मजदूरों से रेत निकालने के लिए*
*राजबहोर और छंगा है कि मानता नही, विभाग है कि जानता नही….*
*बलबहरा कसेड़नदी क्षेत्र में राजबहोर और छंगा नामक इस कथित रेत माफिया के कद इन दिनों इस कदर बढ़े हुए हैं कि आला विभाग को मैनेज करने का दम भरता है नदी के पानी मे डुबकी लगवाकर बेबश मजदूरों से रेत निकलवाता है। यह काम राजबहोर और मंजा की दिनचर्या हो गई है शाम होते ही और सुबह के शुभ मुहूर्त में राजबहोर और छंगा नदी की परिक्रमा करने लगते है ऐसा नही की विभाग को इसकी खबर नही किन्तु कुछ निचले स्तर के रास्ते ऊपरी स्तर के मैनेजमेंट में इस अवैध उत्खनन को क्लीन चिट दिया गया है।*
*ये भी हैं राजबहोर और छंगा, राजेश,अनुप.., सोनी जी के शागिर्द…*
*बलबहरा के कसेड़नदी से उस पार लगे बलबहरा कसेड़नदी में लगातार कई महीने से रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है ऐसा नही की इसकी जानकारी स्थनीय केशवाही पुलिस को नही है हमारे अपने सूत्र ने बताया कि कुछ वर्दीधारियों का इनसे बकायदे गठजोड़ है जो इनके यहाँ खाना पीना तक करते हैं जिसके बदले इन्हें यहाँ से रेत का अवैध उत्खनन करने का पुरुस्कार दिया जाता है।*
*अवैध उत्खनन में राजबहोर,छंगा, राजेश, सोनी जी,अनुप… पूरी तरह संलिप्त हैं ,*