हरिद्वार क्षेत्रों में त्योहारी सीजन में हरिद्वार के युवाओं को बनाना था निशाना धर्मनगरी हरिद्वार के युवाओं की नसों में बेहद घातक ड्रग्स एमडीएमए को घोलने की तैयारी थी लेकिन ऐन वक्त पर हरिद्वार पथरी पुलिस की एंट्री से नशा तस्कर अपने इरादे में कामयाब न हो सका जो अब जेल के भीतर है कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा समय-समय पर जब भी क्राइम से संबंधित जनपद पुलिस अधिकारियों की मीटिंग ली जाती है तो प्रत्येक मीटिंग में सबसे पहले ये ही पूछा जाता है नशे की बड़ी खेप पकड़ने की आपकी तैयारी क्या है क्या स्ट्रेटेजी है कप्तान द्वारा समय-समय पर ली जाने वाली ऐसी मीटिंग्स के नतीजे अब धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं मुख्यमंत्री उत्तराखंड के नशामुक्त देवभूमि मिशन 2025 के तहत कार्रवाई करते हुए थाना पथरी पुलिस को उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी जब सुभाषगढ़ तिराहे पर चैकिंग के दौरान एक संदिग्ध को 199 ग्राम अवैध एक्स्टसी या एमडीएमए के साथ दबोचा गया। जिसके कई नाम प्रचलित हैं जैसे मौली, पार्टी ड्रग, सफेद चिट्टा आदि। इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 2 करोड रुपए है पकड़े गए संदिग्ध सरफराज से गहराई से पूछताछ करने पर पता चला कि इस पार्टी ड्रग को लक्सर पुल के नीचे किन्ही दो लोगों को दिया जाना था जिनकी तलाश जारी है एमडीएमए मिथाइलीन डाइऑक्सी मेथाफ़ेटामिन (पार्टी ड्रग बेहद ही घातक ड्रग है जो गोली एवं पाउडर के रूप में आती है। रेव पार्टियों विशेष कर बड़ी पार्टियों में इस्तेमाल की जाती है। कुछ के द्वारा इसको सीधे ही नाक से इस्तेमाल में लिया जाता है। ये ड्रग शुरुआत में मदहोश तत्पश्चात बेहद उत्तेजक एवं मतिभ्रमक है इसकी जरा सी अधिक डोज से मांसपेशियों में तनाव दांतों का भींचना दृष्टि कमजोर होना भ्रम चिंता, अवसाद ज्यादा अवसाद होने पर आत्महत्या की ओर बढ़ना सोचना), शरीर के तापमान में तेज वृद्धि जिसके परिणाम स्वरूप लीवर, किडनी या कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम फेल हो जाता है और मस्तिष्क में सूजन आ जाती है एवं मृत्यु भी हो जाती है। ऊंची एवं महंगी पार्टियों में शिरकत करने वाले आजकल के किशोर एवं युवावस्था के युवकों में इसका प्रचलन काफी तेजी से बढ़ा है एक बार इसकी गिरफ्त में आने के बाद इससे बाहर निकलना लगभग नामुमकिन है क्योंकि ये हाई प्रोफाइल पार्टी ड्रग्स के रूप में जानी जाती है इसलिए इसकी खेप को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने वाले भी अन्य ड्रग तस्करों के मुकाबले कहीं अधिक सतर्क होते हैं और आम जनता के बीच में इस प्रकार से घुल मिलकर रहते हैं कि इनके परिवार के सदस्यों को भी आसानी से इनके बारे में पता नहीं होता। यही कारण है कि पकड़ा गया सरफराज मात्र चौथी पास है और कारपेंटर का साधारण सा काम करता है और अब उसके पकड़े जाने पर आसपास के सभी लोग हतप्रभ हैं कीमत के मामले में स्मैक से लगभग तीन गुना महंगी इस बेहद घातक ड्रग्स को धर्मनगरी हरिद्वार के युवाओं की नसों में घोला जाना था लेकिन सतर्क हरिद्वार पथरी पुलिस ने ऐसा होने नहीं दिया। आजकल चारों तरफ त्यौहारी सीजन एवं पार्टियों के इस दौर में बढ़िया कीमत मिलने की संभावना के दृष्टिगत इस ड्रग को हरिद्वार लाया गया लेकिन सतर्क हरिद्वार पुलिस ने इनके नापाक मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया हरिद्वार पथरी पुलिस की इस शानदार उपलब्धि पर स्थानीय जनता द्वारा खुशी जाहिर की गई है।
आरोपी
सरफराज पुत्र अब्दुल वहीद निवासी ग्राम कोटवाल आलमपुर थाना झबरेडा हरिद्वार निवासी हैं।
जिला हरिद्वार उत्तराखंड
संवाददाता मौ शहजान मलिक