अयोध्या, 24 नवम्बर।* मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के प्रयासों से दिव्य और भव्य अयोध्या में एक बार फिर से रामराज्य लौटने लगा है। इसे भवगान श्रीराम की विशेष कृपा ही कहेंगे कि अयोध्या में ऑनलाइन की जाने वाली शिकायतों का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारण हो रहा है। हर शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जा रहा है। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि मुख्यमंत्री कार्यालय से आई एक अक्टूबर की रिपोर्ट बता रही है, जिसमें जिले के 19 में से 18 थाने प्रदेश में पहली रैंक पर आए हैं। इसमें कोतवाली नगर टॉप पर है।
जनपद पुलिस ने आईजीआरएस यानि एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली पोर्टल पर ऑनलाइन आने वाली जन शिकायतों के समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण में पहली रैंक प्राप्त की है। पिछले कई महीनों बाद यह मौका आया है, जब अयोध्या पुलिस को यह सफलता मिली है। एसएसपी ने बेहतर प्रदर्शन करने वाले थानेदारों को सराहते हुए फेहरिस्त में निचले पायदान पर मौजूद थाने को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया है। प्रदेश सरकार ने जनता की शिकायतों के निस्तारण के लिए आईजीआरएस पोर्टल की व्यवस्था तैयार की है। नियमानुसार, इस पोर्टल पर आने वाली ऑनलाइन शिकायत का 30 दिन के भीतर गुणवत्तापरक तरीके से निस्तारण करना होता है। समय समय पर इन शिकायतों से जुड़ा फीडबैक लखनऊ में बैठे आला अफसर लेते हैं। डिफाल्टर या असंतोष की स्थिति में शिकायतों को वापस लौटाया जाता है, ताकि उनका निस्तारण हो सके। जनपद में अक्टूबर माह में 19 थानों में तकरीबन 2700 शिकायतें आईजीआरएस पर हुई हैं। 100 फीसदी शिकायतों का निस्तारण हो चुका है।
*नगर कोतवाली नंबर वन*
एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी ने बताया कि आईजीआरएस के पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण के मामले में कोतवाली नगर ने बाजी मारी है। इसके बाद सर्वाधिक शिकायतों को हल कर दूसरे नम्बर पर स्थान बनाने वाला थाना इनायतनगर है। बताया जाता है कि पुलिस में आई सभी ऑनलाइन शिकायतों के निस्तारण के लिए एक दारोगा मौके पर अवश्य जाता है। वहां से जीपीएस की तस्वीरें आती हैं, जिससे पता चलता है मामले को निपटाने में पुलिस दिलचस्पी दिखाती है।
*रैंक वार थाना – प्राप्त शिकायतें व निस्तारण*
1- कोतवाली नगर- 354
2- इनायतनगर- 297
3- अयोध्या कोतवाली- 272
4- कोतवाली बीकापुर- 243
5- महराजगंज- 241
6- रौनाही- 227
7- रुदौली- 209
8- गोसाईगंज- 160
9- तारुन- 156
10- खंडासा- 140
11- हैदरगंज- 133
12- कैंट- 112
13- कुमारगंज- 89
14- रामजन्मभूमि- 85
15- पटरंगा- 66
16- बाबा बाजार- 61
17- मवई- 59
18- थाना महिला- 48
19- पूराकलंदर- 324
*नोट-* थाना पूराकलंदर ने ऑनलाइन शिकायत पत्र देखने में देरी लगाई। इस कारण उसकी रैंक बहुत गिर गई है।
*क्या है आइजीआरएस*
एसएसपी राजकरण नैयर ने बताया कि आईजीआरएस जनसुनवाई के लिये एक आनलाइन माध्यम है। इस माध्यम से किसी भी व्यक्ति को शिकायत करने के लिये कहीं चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है। पीड़ित व्यक्ति इसके पोर्टल पर आनलाइन शिकयत दर्ज कराता है। संबंधित विभाग उसकी जांच कराकर निस्तारण कराने का प्रयास करता है। इस माध्यम से दर्ज कराई गई शिकायत पर जवाबदेही भी रहती है। शिकायत की हर स्थित से शिकायतकर्ता को जानकारी भी मिलती है।
*प्रत्येक माह होती है शासन स्तर पर समीक्षा*
आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि जनसुनवाई के इस पोर्टल पर दर्ज कराई गई शिकायतों के निस्तारण की प्रत्येक माह शासन स्तर पर समीक्षा होती है। आईजीआरएस पर दर्ज कराई गई शिकायतों के निस्तारण का फीडबैक लेते हुए शासन के मानकों के हिसाब से पीड़ित संतुष्ट है या असंतुष्ट, इसकी समीक्षा करके रैंक जारी की जाती है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश रहेगी अयोध्या के सभी थाने हमेशा अग्रणी रहे।*प्रदेश में छा गई अयोध्या की डायल 112 सेवा*
*- रेस्पॉन्स टाइम पर पहुंचने में बड़े-बड़े महानगरों को पीछे छोड़ा*
*- योगी सरकार के नेतृत्व में पीड़ितों को तत्काल मिल रही है राहत*
*- रैंकिंग में मिला प्रदेश में अयोध्या को मिला दूसरा स्थान, मंडल के चार जिले टॉप 25 में*
*अयोध्या, 22 नवम्बर।* क्विक रिस्पांस टाइम में ही मौके पर पहुंचने वाली अयोध्या की डायल 112 प्रदेश भर में छा गई है। 112 हूटर मारते हुए समय पर पहुंचकर न सिर्फ लोगों की मदद कर रही है, बल्कि कीर्तिमान गढ़ने की तरफ बढ़ रही है। हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सत्ता में आने के बाद से अपराध पर काफी हद तक नियंत्रण पा लिया गया है। अयोध्या में अपराध का ग्राफ काफी तेजी से नीचे जा रहा है।
प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद से लॉ एंड ऑर्डर पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। खास तौर पर अयोध्या में सुरक्षा के तगड़े बंदोबस्त किए गए हैं। भव्य मंदिर में रामलला के विराजमान होने के बाद श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या ने सरकार की उनके सुरक्षा के प्रति जिम्मेदारी बढ़ा दी। अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या की सुरक्षा को लेकर लगातार बैठके करते हैं व आवश्यक दिशा-निर्देश दिया करते हैं। डीजीपी समेत अन्य पुलिस अधिकारी भी समय-समय पर अयोध्या पहुंच यहां की सुरक्षा व्यवस्था को परखते हैं। यहां एसएसपी राजकरण नैयर भी लगातार सुरक्षा को लेकर बैठकें किया करते हैं। डायल 112 को रिस्पांस टाइम में पहुंचने का निर्देश देते रहते हैं। यही वजह है कि पुलिस मुख्यालय से जारी रैकिंग में अयोध्या की डायल 112 को दूसरा स्थान मिला है।
*रात 10 से सुबह 6 तक सुरक्षा जबरदस्त*
डायल 112 शिकायतों पर ही नहीं लगाई जाती, बल्कि इनकी ड्यूटी रात के समय भी चौक-चौराहों पर रहती है। ये जब जागते हैं, तभी आप चैन से सो पाते हैं। रात 10 से सुबह 6 बजे तक महिला स्कॉट के जरिये भी आधी आबादी की सुरक्षा की जाती है।
*53 चार पहिया व 21 दो पहिया वाहन हैं डायल 112 में*
जिले में डायल 112 के रिस्पांस टाइम में यूं ही सुधार नहीं आया है। इसके लिए यहाँ वाहनों की संख्या बढ़ाई गई है। 52 चार पहिया वाहन व 21 दो पहिया वाहन डायल 112 में लगाये गए हैं। दोनों की वाहन बेहतर माइलेज व कम समय मे अधिक रफ्तार पकड़ने वाले हैं। चार पहिया वाहन बाजारों में व दो पहिया वाहन गलियों तक मे गस्त करने के अलावा किसी भी शिकायत पर जल्द से जल्द पहुंचने से सक्षम है।
*469 पुलिस कर्मचारी लगे हैं डायल 112*
डायल 112 में वाहनों की ही संख्या अधिक नहीं है बल्कि यहां स्टाफ भी बड़ा है। कुल मिलाकर 469 पुलिस कर्मचारियों की इस पर ड्यूटी लगाई गई है। सभी को रोट्रेक्ट भी किया जाता रहा है।
*ये रहे प्रदेश के टॉप 5 जिले जिला-रिजल्ट*
1-रामपुर-94.81
2-अयोध्या-93.45
3-संभल-92.34
4-कासगंज-92.29
5-शाहजहांपुर-92.06
*टॉप 25 में हैं मण्डल के चार जिले*
*रैंक – जिला – रिजल्ट*
2 – अयोध्या – 93.45
8 – बाराबंकी – 91.44
13 – अम्बेडकरनगर – 90.69
24 – अमेठी – 89.41
*अगली कोशिश पहले स्थान पर आने की*
एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी ने बताया कि हाल ही में पुलिस मुख्यालय से अक्टूबर की रैंकिंग जारी हुई है। अभी फिलहाल हम लोग प्रदेश में दूसरे स्थान पर हैं। अगली कोशिश रहेगी अगली बार प्रथम स्थान पर आ जाएं।