
प्रीतम यादव ब्यूरो चीफ इंडियन टीवी न्यूज़
पांडातराई। नगर पंचायत पांडातराई में स्थित सरकारी मदिरा दुकान के आसपास अवैध चखना दुकानों की बेतहाशा बढ़ोत्तरी न केवल सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुँचा रही है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था व जनस्वास्थ्य पर भी गंभीर खतरा बनती जा रही है। प्रशासन की आंखों के सामने फल-फूल रहे इन अस्थायी ठिकानों से आम नागरिकों में आक्रोश गहराता जा रहा है।
स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों का आरोप है कि जैसे ही शराब दुकान खुलती है, आसपास दर्जनों अस्थायी चखना सेंटर बिना किसी वैध अनुमति के सक्रिय हो जाते हैं। इन दुकानों में खुलेआम मांस, मछली, अंडा और अन्य खाद्य पदार्थ बेचे जाते हैं, जिनका न तो स्वास्थ्य विभाग से निरीक्षण होता है, न ही नगर पंचायत से कोई स्वीकृति प्राप्त है। इससे खाद्य जनित बीमारियों का खतरा भी मंडरा रहा है।
क्षेत्र में बढ़ते नशाखोरी के मामलों ने भी चिंता बढ़ा दी है। स्कूली छात्र और बेरोजगार युवा इन अड्डों की ओर आकर्षित हो रहे हैं, जिससे उनका मानसिक, शैक्षणिक और सामाजिक पतन तेज़ी से हो रहा है।