संवाददाता पुष्पेन्द्र सिंह सोनगरा
इस अवसर पर सभागार हाल में “प्लास्टिक प्रदूषण को मात दे ”
विषय पर विद्यार्थियों को जागरूक करने हेतु व्याख्यान आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रभारी प्राचार्य डॉ सुशीला आर्य ने की। मुख्य वक्ता डॉ अनीस मोहम्मद ने विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रेरित किया। उन्होंने प्लास्टिक प्रदूषण से पृथ्वी को होने वाले घातक नुकसान व प्रभावों की विस्तार से चर्चा की। बॉटनी केमिस्ट्री पढ़ने पढ़ाने के विषय से अधिक आत्मसात कर जीवन में अपनाने के लिए है । जैविक खेती, वाटर हार्वेस्टिंग , सोलर पैनल का उपयोग बढ़ाना और दैनिक जीवन में कम से कम रासायनिक पदार्थों का प्रयोग भी पर्यावरण संरक्षण में बड़ा योगदान है। डॉ आर्य ने युवा विद्यार्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि रासायनिक , प्लास्टिक उत्पादों को हमेशा के लिए ना कहना ही पर्यावरण की सच्ची सेवा है। विश्व पर्यावरण दिवस पर विद्या वन स्थल पर महाविद्यालय स्टॉफ के डॉ शिरीष मेहरा, नीलेश शुक्ला, डॉ अर्चना भट्ट, एन सी सी अधिकारी प्रो विजेंद्र सोलंकी व कैडेट्स द्वारा नीम के पौधे रोपे गए। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा वायुदूत अंकुर ऐप पर भी जानकारी अपलोड की गई।