शेख तौहीद .अमरावती
प्रहार जनशक्ति पक्ष ने आज किसानों की कर्ज माफी सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पूरे राज्य में आक्रामक आंदोलन छेड़ दिया है। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन के कई अनोखे और उग्र तरीके अपनाए, जिससे सरकार पर उनकी मांगों को मानने का दबाव बढ़ गया है।
विरोध प्रदर्शन के मुख्य बिंदु मुंडन आंदोलन: पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने विरोध स्वरूप अपना मुंडन कराया। यह प्रतीकात्मक कदम सरकार की उदासीनता के प्रति उनके गुस्से और दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। मोबाइल टावर पर आंदोलन: कई कार्यकर्ताओं ने मोबाइल टावरों पर चढ़कर विरोध प्रदर्शन किया। यह तरीका ध्यान आकर्षित करने और अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाने के लिए अपनाया गया।पानी के बांध के अंदर आंदोलन: कुछ कार्यकर्ताओं ने तो पानी के बांध के अंदर उतरकर भी विरोध प्रदर्शन किया। यह अपनी मांगों के प्रति उनकी हताशा और चरम कदम उठाने की इच्छा को दर्शाता है। अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल: पार्टी के प्रमुख नेता और पूर्व मंत्री बच्चू भाऊ कडू ने किसानों के कर्ज माफ करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। उनका यह कदम आंदोलन को और भी तीव्र बना रहा है।
आंदोलन का मुख्य उद्देश्य:
इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य किसानों का पूरा कर्ज माफ करवाना है। प्रहार जनशक्ति पक्ष का आरोप है कि सरकार किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है, जिससे वे भारी वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं। पार्टी का कहना है कि जब तक सरकार किसानों का कर्ज माफ नहीं करती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
प्रहार जनशक्ति पक्ष के इस आक्रामक आंदोलन ने राज्य में राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। अब देखना यह है कि सरकार इस आंदोलन के दबाव में आकर किसानों की कर्ज माफी की मांग पर क्या कदम उठाती है।