इंडियन टीवी न्यूज सूर्या परमार
शाजापुर/जामनेर।
जामनेर के जेठड़ा रोड पर पिछले तीन वर्षों से अधूरे पड़े निर्माण कार्य ने अब जन आक्रोश का रूप लेना शुरू कर दिया है। 4 अगस्त 2022 को जिस सड़क निर्माण का शुभारंभ किया गया था, वह आज भी अधूरा पड़ा है। सड़क की हालत इतनी खस्ता है कि इस पर चलना किसी वैतरणी पार करने से कम नहीं माना जा रहा है। राहगीरों, खासकर दोपहिया वाहन चालकों के लिए यह मार्ग जानलेवा साबित हो रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि 3 किलोमीटर की दूरी तय करने में उन्हें 30 मिनट तक का समय लग रहा है। उड़ती धूल और मिट्टी की वजह से कई बाइक सवार असंतुलित होकर गिर चुके हैं और घायल हुए हैं। वहीं, रोड पर तेज रफ्तार से दौड़ते ट्रक और डंपर मौत का डर पैदा करते हैं।
*_प्रशासनिक अनदेखी पर गुस्सा*
स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों पर आरोप लगाया है कि तीन साल से चल रहे इस निर्माण को लेकर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। दर्जनों एक्सीडेंट हो चुके हैं, फिर भी प्रशासन और जनप्रतिनिधि मौन साधे हुए हैं। लोगों का कहना है कि सड़क निर्माण की गति कछुए जैसी है और इससे क्षेत्र की जनता में भारी असंतोष है।
_आंदोलन की चेतावनी_
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के भीतर रोड निर्माण कार्य पूरा नहीं होता तो वे चक्काजाम कर बड़ा जन आंदोलन करेंगे। स्थानीय नागरिकों ने जनहित में इस मुद्दे को उठाने के लिए सभी लोगों से सहयोग की अपील की है और कहा है कि किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार न करें।
लोगों ने यह भी आग्रह किया है कि इस मुद्दे को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे व्हाट्सएप और फेसबुक पर ज़्यादा से ज़्यादा साझा करें ताकि प्रशासन की नींद टूटे और रोड जल्द से जल्द बनकर तैयार हो
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जामनेर के जेठड़ा रोड की स्थिति चिंताजनक है। सड़क निर्माण की धीमी रफ्तार और प्रशासनिक लापरवाही के चलते अब स्थानीय जनता में उबाल है। यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो यह मामला जन आंदोलन का रूप ले सकता है।