परिषदीय विद्यालय की प्रधानाध्यापिका ने कक्षा तीसरी की छात्रा को पीट पीटकर किया चुटहिल सूर्य प्रकाश
केंद्र और राज्य सरकार द्वारा हर वर्ष परिषदीय विद्यालयों के लिए अच्छी शिक्षा और गुणवत्ता तथा बच्चों के विकास के लिए अरबों खरबों रुपए प्रतिवर्ष खर्च किए जाते हैं लेकिन इसके बावजूद भी जिम्मेदारों की लापरवाही के द्वारा परिषदीय विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था पर कोई सुधार नहीं हो रहा और ना ही जिले के शासन प्रशासन द्वारा कभी विद्यालयों का निरीक्षण किया जाता है परिषदीय विद्यालयों की गांव मजरो में कैसी मनमानी चलती है शिवपुरी स्कूल इसका जीता जागता उदाहरण है पहाड़ी ब्लाक के नांदी ग्राम पंचायत के शिवपुरी मजरे के परिषदीय प्राथमिक विद्यालय मैं कक्षा तीसरी की छात्रा सोनी उर्फ प्राची द्विवेदी के पिता सूर्य प्रकाश द्विवेदी के द्वारा बताया गया कि उनकी बच्ची को स्कूल की प्रधानाध्यापिका रंजना सिंह और सहायक शिक्षिका प्रीति द्वारा 30 सितंबर 2021 को पीट-पीट कर चोटिल कर दिया गया जिससे हमारी बच्ची अब चल भी नहीं सकती और हमने फोन के द्वारा मैडम से कहा भी तुम मैडम के द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया इनका कहना है कि इसी स्कूल में महिलाओं का ही पूरा स्टाफ है जिससे यह लोग अपनी मनमानी करती रहती हैं तथा पुरुष स्टाफ न होने के कारण गांव देहातों में अभिभावक शिकायत कर रहे भी स्कूल नहीं जाते जिससे इन लोगों की लापरवाही दिन प्रतिदिन और बढ़ती रहती है और इस स्कूल के प्रधानाध्यापिका सहित समस्त स्टाफ छात्र छात्राओं को घोड़ी और घोड़ा कहकर पुकारा जाता है जिससे छात्र-छात्राओं की मानसिकता को चोट पहुंचती है और बच्चे अपने अपने घरों में आकर अपने माता-पिता से बताते भी हैं लेकिन गांव देहात होने के कारण अभिभावक स्कूल शिकायत लेकर नहीं जाते वही प्राची के चाचा चंद्र प्रकाश एडवोकेट का कहना है कि एक तरफ सरकार का अभियान है कि लड़की पढ़ाओ और देश बचाओ वहीं दूसरी तरफ ही स्कूल के स्टाफ द्वारा छात्र छात्राओं के साथ ऐसी क्रूरता की जा रही है जो इंसानियत को भी शर्मसार कर रही है इनका कहना है कि ऐसे शिक्षक और शिक्षिकाओं पर शासन प्रशासन को सख्त कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए क्योंकि जिस शिक्षक के अंदर मानवता और इंसानियत ना हो वह शिक्षक स्कूल के लिए ही नहीं बल्कि देश के लिए भी घातक है
स्कूल की प्रधानाध्यापिका रंजना सिंह द्वारा माना गया कि गलती हुई है
विधान अध्यापिका रंजना सिंह का कहना है कि मैं अपनी गलती मानती हूं और हम लोगों को रिकॉर्ड बनाना था इस कारण हमने बच्चों को फील्ड में खेलने के लिए बोलकर रिकॉर्ड बनाने लगे थे उसी समय सोनी उर्फ प्राची ने किसी बच्चे को धक्का दे दिया था जिससे वह बच्चा गिर गया था उसके सर में चोट आ गई थी तभी मैं प्राची को हाथ में 2 से तीन छड़ी हाथ पर मारी थी
चित्रकूट से संजय मिश्रा की रिपोर्ट
