लखनादौन से संतोष गोलानी इंडियन न्यूज़ रिपोर्टर
विकासखंड लखनादौन में यूं तो शासकीय निर्माण कार्यों में लीपा पोती कर खाना पूर्ति कर निर्माण कर दिया जाता है जिसका नतीजा साल 2 साल बाद देखने को मिलता है शासन प्रशासन को फिर भी सबक नहीं लगता और शायद इसलिए ठेकेदारों को घटिया निर्माण करने की खुली छूट दी जाती है
इसलिए घटिया मटेरियल लगाकर बिल्डिंग तैयार कर दी जाती है जिसका जीता जागता उदाहरण ग्राम पंचायत सांघईमाल के भैरोथान के पास जो छात्रावास बनाया जा रहा है वह लखनादौन से 10 किलोमीटर दूरी पर है जहां न कोई देखने वाला है ना सुनने वाला ठेकेदार की मनमर्जी से मसाला और मटेरियल लगाया जा रहा है जो जांच का विषय है
हालांकि हम जानते हैं की समाचार लिखने के बाद अधिकारी कुछ नहीं करेंगे उसका कारण है कि ठेकेदार पहुंच पकड़ वाला और भाजपा की सक्रिय राजनीति में अपना पैर जमाए हुए हैं इसलिए आज तक स्टोन क्रेशर में चल रही अवैध खुदाई पर भी खनिज अधिकारी और राजस्व के अधिकारी भी मौन हैं कहीं ना कहीं मोहन यादव की सरकार के मंत्रियों का हाथ इनके सर पर है और रहा सवाल प्रशासनिक अधिकारियों का तो उनकी जेब में पद के हिसाब से मोटी रकम भर दी जाती है
समाचार कड़वा है पर सोला आने सच है
और यदि शासन प्रशासन के कर्मचारी अधिकारी इतने ही ईमानदार हैं तो क्यों ना सिवनी जिले के कलेक्टर इसकी सूक्ष्मता से जांच कर उचित कार्रवाई करेंगे