नगर पालिका चुनावी रण मे 40 भाजपा,40 कांग्रेस से तो 49 उतरे निर्दलीय चुनाव में बतौर अपनी किस्मत आजमाने।
कई वार्डो मे भाजपा और कांग्रेस से भारी दिख रहे निर्दलीय उम्मीदवार
आशीष चावड़ा,जिला ब्यूरो चीफ,मंदसौर
मंदसौर।सुशासन भवन सभागार में राजनीतिक दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों को जिला कलेक्टर गोतम सिंह ने नाम वापसी के अंतिम दिन सभी राजनीतिक दलों के प्रत्याशी और निर्दलीय उम्मीदवारों के सामने और मीडिया के सामने जानकारी देते हुए बताया कि 40 ही वार्डो के उम्मीदवारों के नाम सामने रखे जो इस चुनाव में प्रत्याशी मैदान में चुनाव लड़ रहे है साथ ही उन्हें उनके चुनाव चिन्ह भी आवंटित कर दिए गए,
नगर पालिका परिषद में 210 उम्मीदवारों ने अपना नाम निर्देशन इस चुनाव में बतौर उम्मीदवार उतारा था लेकिन आज नाम वापसी के अंतिम दिन तक 129 उम्मीदवार मैदान में किस्मत आजमा रहे है जिसमे से 81 उम्मीदवारों ने अपनी घर वापसी की है जिसमे राजनीतिक दलों से बगावत करने वाले हो या निर्दलीय उम्मीदवार, जिसमे कई निर्दलीय तो ऐसे शामिल है जो राजनीतिक पार्टियों के अहम पदों और कार्यकर्ता के रूप में अपनी कमान अपनी पार्टी के लिए संभालते आए है लेकिन अपनी ही पार्टी से बगावत करने को मैदान में उतर चुके है जिसका मुख्य कारण अपनी ही पार्टी द्वारा टिकट वितरण में पार्टियों मे दरी उठाने वाले कार्यकर्ता को पार्टियों द्वारा नज़र अंदाज करना या कोई अगर जनता में अपनी प्रतिष्ठा बना ले तो उन्हे आगे बढ़ने से रोकना क्युकी वो भविष्य में राजनीतिक पार्टियों के बड़े नेता ना बन जाए और उनकी बनी बनाई प्रतिष्ठा को नेस्तनाबूत ना कर दे और अपना सिक्का ना जमा ले और खुद उनकी जगह अपनी जगह ना बना ले और कई तो ऐसे निर्दलीय उम्मीदवार जिन्होंने अपनी खुद की प्रतिष्ठा अपने कामों और समाजसेवा के रूप में आम जनता के बीच स्थापित कि है जो निरंतर अपना काम करते आए और कर रहे है और करते रहेंगे चाहे परिणाम उनके पक्ष में आए या विपक्ष में उनकी सोच है की जो काम किया है और करते आए है उसका परिणाम जनता जरूर देगी और उन्हें इस बार चुनाव में पार्षद चुनेगी उसी के चलते खुद की किस्मत आजमाने इस चुनावी रण में बतौर उम्मीदवार मैदान में कूद गए है
जो मंदसौर नगरपालिका चुनाव में बड़ा पलटवार भी हो सकता है क्युकी जनता भी खुद कंफ्यूज है कि वोट पार्टी को दे या निर्दलीय उम्मीदवार को जो दिन रात उनके काम आए ये एक बड़ा प्रश्न चिन्ह है जो इस बार राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों का गणित बिगाड़ेगा या बिगाड़ सकता है।लेकिन बगावत करने वाले खुद अपने आप में अपना इतना खुद के कामों के दम पर रसूख रखते है जिन्हे खुद के ऊपर भरोसा या आत्मविश्वास है कि आम जनता हमारे साथ है लेकिन सभी की किस्मत 6 जुलाई ई वी एम में केद हो जाएगी जिसका परिणाम 17 जुलाई को जग जाहिर हो जाएगा और इन 40 वार्डो में चुने हुए पार्षद प्रत्याशी अपने मत के द्वारा नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए अपने अध्यक्ष को चुनेंगे जिसका परिणाम 17 जुलाई को आएगा।