रिपोर्टर पं तरुण जोशी
नर्मदापुरम में एक निजी अस्पताल के कैशियर द्वारा अस्पताल प्रबंधन के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। जिसमें कैशियर के द्वारा करीब 2.60 करोड रुपए की हेरा फेरी, एवं धोखाधड़ी आरोपी द्वारा अस्पताल प्रबंधन से की गई है। अस्पताल प्रबंधन के संचालक की शिकायत पर कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया है। वहीं पुलिस मामले में एफ आई आर दर्ज कर आरोपी की तलाश कर रही है।
दरअसल नर्मदापुरम के मोरछली चौक स्थित मदन मोहन मेमोरियल हॉस्पिटल के प्रबंधन उमेश सेठा ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज करवाई की उनके अस्पताल में कैशियर मोहसिन खान द्वारा धोखाधड़ी की गई है। जिसके बाद आरोपी द्वारा डॉक्टर दंपत्ति के साथ फर्जी तरीके से बैंक लोन लेना एवं आरोपी द्वारा हेरा फेरिकर 2 करोड़ 60 लाख 64 हजार 344 की हेराफेरी का मामला कोतवाली थाने में दर्ज किया गया है। आरोपी 5 जनवरी से गायब है जब उसके मोबाइल पर संपर्क किया गया तो उससे संपर्क नही हो पाया जब मामले में जांच की गई तो अस्पताल प्रबंधन को धोखाधड़ी की जानकारी लगी।
पूरे मामले को लेकर कोतवाली पुलिस टीआई विक्रम रजक ने बताया कि डॉ उमेश सेठ एवं ज्योति सेठा का अस्पताल प्रबंधन करते हैं उनका एक कर्मचारी था मोहसिन खान करीबन 2015 से वह काम कर रहा था। उनके अनुसार वह अकाउंट, एवं दिगर बैंक हॉस्पिटल संचालन का कार्य करता था। उसके द्वारा भरोसा जीत कर इनके आधार कार्ड पैन कार्ड चेक बुक जो नॉर्मल अस्पताल के यूज़ होता था। उसका यूज़ करके गवन किया गया, जब उन्होंने बैंक खातों से पता किया जब इन्होंने सिविल चेक की तो कुछ लोन ऐसे भी निकले जिन्हे कि उन्होंने कभी लिया ही नहीं है, और इनके नाम पर वह लोन चढ़े हुए हैं। जब इस संबंध में जानकारी लगी। जनवरी 2023 में वह 5 जनवरी से छुट्टी पर गया है और वह आया नहीं उसके बाद उन्हें आशंका हुई तो उन्होंने बैंक के अकाउंट चेक किए, तब उन्हें पता चला कि उनका कैश और लोन जो जमा करवाया जाता था। उसमें हेराफेरी उसके द्वारा किया गया है। डॉ उमेश सेठा की शिकायत पर मोहसिन के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया गया है धारा 420, 8 एवं विभिन्न आईपीसी की धाराओं में मामला विवेचना में लिया गया है। 4 से 5 लोन आरोपी द्वारा लिए गए हैं।