शासकीय माध्यमिक विघालय बामौर कलां में गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन किया गया प्रातः 8 बजे प्रभात फेरी निकाली गई जो पूरे नगर में निकली गई । हाथों में झंडे बैनर लेकर दिव्य ध्वनि करते हुए बच्चे जब गलियों से निकले तब पूरे नगर में उल्लास का वातावरण बन गया। 9 बजे ध्वजारोहण सरपंच महोदया ने किया । और उसके बाद स्कूल के बच्चों का रंगारंग कार्यक्रम हुआ । स्कूल के बच्चों ने एक से बढ़कर एक शानदार प्रस्तुति दी । इन ग्रामीण बच्चों को प्रस्तुति उपस्थित जनसमुदाय ने खूब तालियां बजाईं और बच्चों को पुरुस्कार भी दिए । नन्हे मुन्ने बच्चों की प्रतिभा देखकर सभी ने दांतों तले उंगली दबा ली । प्रातःकाल जब लोगों की नींद खुली तब कोहरा लगा हुआ था और ओस बरस रही थी लेकिन बच्चों और बामौर के नागरिकों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा और सबने मिलकर देश के लिए जो समर्पण दिखाया वह काबिले तारीफ रहा । इतने प्रतिकूल मौसम में भी पूरे कार्यक्रम में बच्चे और दर्शक एकाग्र होकर कार्यक्रम का आनंद ले रहे थे । कार्यक्रम का संचालन कर रहे स्कूल के शिक्षक कीर्ति कुमार जैन ने कोई रोचक जानकारी मंच के माध्यम से बताएं उन्होंने बताया कि 26 जनवरी जो हम गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते है यही 26 जनवरी 1930 से लेकर 1949 तक स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाई जाती थी । और उन्होंने जानकारी दी हमारे भारतीय संविधान का वजन 13 किलोग्राम है। ऐसी अनेक रोचक जानकारियाँ कार्यक्रम के बीच में कीर्ति जैन ने सबके सामने रखीं जिससे कार्यक्रम में रोचकता बनी रही । इस अवसर पर सरपंच , उपसरपंच, पटवारी बलराम धाकड़, बामौर कलाँ थाना प्रभारी पुनीत वाजपेयी, पूर्व जिलापंचायत सदस्य रामसिंह यादव, महेश कोली, अखिलेश कुमार जैन, कैलाशनारायण सोनी, सीताराम गुप्ता, प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, मुरारीलाल गुप्ता, सुधीर गुप्ता, रामप्रकाश दुबे आदि बहुत गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे । पटवारी बलराम धाकड़ ने अपने विचारों के माध्यम से सभी स्टाफ को खूब खूब बधाइयां दी और उन्होंने स्कूल में एक लाइब्रेरी की आवश्यक बताई साथ की स्कूल में लाइब्रेरी स्टार्ट हो इसके लिए धाकड़ ने अपनी ओर से 5000 रुपए की राशि भी घोषणा की । कृष्णकांत दुबे ने सभी बच्चों और स्टाफ की सराहना करते हुए हमेशा स्कूल को सहयोग देने की बात रखी। उपसरपंच और सरपंच ने सभी गांव वासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कहा की पंचायत द्वारा इस विद्यालय के लिए और इस गांव के बेहतर से बेहतर किया जावेगा जब भी आवश्यकता होगी हम हमेशा साथ में रहेंगे । अंत में प्रधानाध्यापक अंबिका प्रसाद त्रिपाठी ने सभी आभार व्यक्त करते हुए सरपंच महोदया से मुखातिब होकर स्कूल को जिले में सर्वोच्च स्कूल बनाने में सबका योगदान मांगा । कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ।
बामोर खनियाधाना से आरती झा की रिपोर्ट