गुरसरांय झांसी: उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग तथा टीम एडूलीडर्स यूपी द्वारा वाराणसी में 75 जनपदों के 75 उत्कृष्ट शिक्षकों को टीम एडुलीडर्स यूपी अवार्ड से सम्मानित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि CDO श्री हिमांशु नागपाल, Ad Basic डॉ एसपी त्रिपाठी, वाराणसी BSA श्री अरविंद पाठक, आजमगढ़ डायट प्राचार्य मनीराम सिंह, उत्तर प्रदेश की इंटरनेशनल एथलीट नीलू मिश्रा रहे।
जिसमें झाँसी जनपद के गुरसरांय ब्लॉक के कम्पोजिट विद्यालय भसनेह 1 से 8 में कार्यरत सहायक अध्यापक श्री सौरभ सौनकिया को उनके विद्यालय में ICT के बेहतरीन प्रयोग, डेली एक्टिविटी से बच्चों के ड्रापआउट के कमी को दूर करने और उनके सतत विकास को पूरा करने और उनके विद्यालय के प्रधानमंत्री श्री योजना में चयन हेतु पहली बार प्रदेश स्तर पर वाराणसी में सम्मानित किया गया।
जिनका चयन पिछले राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित अध्यापकों की कमिटी ने किया।
सौरभ सौनकिया अपने विद्यालय में अनवरत रूप से 5 वर्षो से अपनी सेवाएं दे रहे है।
ब्लॉक स्तर पर विभिन्न संस्थाओं द्वारा पहले भी अपने शिक्षण में नवाचारों के लिए सम्मानित हो चुके है।
उनके विद्यालय भसनेह से अब तक विद्याज्ञान में 1 छात्र और नवोदय में 2 छात्र और आश्रम पद्धति से संचालित गुरुकुल में 5 से ज्यादा छात्र चयनित हो चुके हैं।
हाल में ही कम्पोजिट विद्यालय भसनेह का चयन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की आकांक्षी योजना पी एम श्री योजना में प्रदेश के 928 विद्यालयों में हुआ हैं।
जिसको लेकर स्वयं सौरभ सौनकिया बहुत उत्साहित हैं जिसमें विद्यालय अभी 1 से 12 तक किया जाएगा और नवोदय और सैनिक विद्यालयों की तर्ज पर विद्यालय को विकसित किया जाएगा जिसमें विद्यालय को लगभग 2 करोड़ की आर्थिक मदद दी जायेंगी।
सौरभ सौनकिया के प्रदेश स्तर पर जनपद झाँसी से चयन और सम्मानित किये जाने पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक राजकुमार झाँ और सभी अध्यापकों ने ख़ुशी जताई।
सौरभ सौनकिया बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के रहे हैं उन्होंने अपनी बारहवीं तक की शिक्षा गुरसरांय नगर से ही प्राप्त किया। इसके बाद आनंद इंजीनियरिंग विद्यालय से बी.टेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग में किया जिसमें उन्होंने अपने स्ट्रीम में 80% अंकों के साथ विद्यालय से गोल्ड मैडलिस्ट रहते हुए उस समय के तत्कालीन गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह जी और पूर्व इसरो चेयरमैन ए एस किरण कुमार से सम्मानित हुए।
इसके पश्चात् उन्होंने लगभग एक साल अपनी इंडस्ट्री में कार्य किया जहाँ मेंटेनेंस इंजीनियर और रोबोटिक्स इंजीनियर के पदों पर कार्य किया।
जहाँ उनका मन नहीं लगा और उन्होंने अपनी इंजीनियर की जॉब छोड़ दिया और फिर डायट एटा से बी टी सी किया और अपने पहले ही प्रयास में 68500 शिक्षक भर्ती में अपने गृह जनपद झाँसी में नियुक्ति प्राप्त की |
सौरभ सौनकिया के पिता एक प्राइवेट अध्यापक हैं जो विगत 25 वर्षों से लगातार अपने शिक्षण कार्य से पूरे नगर में विख्यात हैं। उनकी पत्नी श्रीमती ऋतु मिश्रा भी सरकारी अध्यापिका हैं जो अपनी सेवाएं चिरगांव ब्लॉक के प्राइमरी स्कूल करगवां में दे रही हैं।
सभी परिवारजन, और सभी नगरवासी सौरभ सौनकिया के प्रदेश स्तर पर सम्मानित होने से और नगर गुरसरांय का नाम रोशन करने से बहुत प्रसन्न और उत्साहित हैं।
सौरभ सौनकिया अपने ही घर पर विद्यालय समय के अतिरिक्त बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान कर रहे हैं जिससे बच्चों को विद्यालय के अतिरिक्त भी उनका लाभ मिल सके l
इसके अतिरिक्त सौरभ सौनकिया ने संगीत में प्रभाकर किया हुआ हैं। जिसमें उनकी संगीत के प्रति रूचि और जानकारी का फायदा विद्यालय के बच्चों को पहुंचा रहा हैं।
विद्यालय में विगत वर्षो से खेल, संगीत, सांस्कृतिक और अकादमिक और अन्य सभी क्षेत्रों में अपना नाम ब्लॉक स्तर और जनपद स्तर के साथ अब प्रदेश स्तर पर भी पहुंच रहा हे।