जबलपुर में पारा 6 डिग्री पर आया, अभी ऐसी ही झकझोरती रहेगी ठंड

जबलपुर में पारा 6 डिग्री पर आया, अभी ऐसी ही झकझोरती रहेगी ठंड

संजय निवास द्विवेदी-जबलपुर ब्यूरो चीफ (Indian TV news)

जनवरी माह के अंतिम सप्ताह में सर्दी ने असर दिखाना शुरू कर दिया है। माह के अंतिम दौर में पारे ने ऐसा गोता लगाया कि रात का पारा गिरकर 6.8 डिग्री पर आ गया।
रविवार-सोमवार की रात सीजन की सबसे सर्द रात रही। सर्द सीजन में पहली बार रात का न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके पहले सर्वाधिक ठंडी रात 15 दिसंबर 2023 को दर्ज की गई थी इस रात न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था। ठंड इतनी ज्यादा थी रात में आवागमन करने वालों कंपकंपा गए। कड़ाके की ठंड का असर बरकरार रहेगा। मौसम विभाग की माने तो अभी दो से तीन दिनों तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। 26-27 जनवरी के बाद जरूर ठंड से कुछ राहत मिल सकती है।

धूप ने दिखाया तेवर, शीतलहर भी चलती रही

सोमवार को भी दिन भर शीतलहर लोगों को झकझोरती रही हालांकि धूप भी तेवर दिखाती रही पर शीतलहर के आगे का धूप का असर कुछ कम ही रहा। शाम को फिर उत्तरी पश्चिमी हवा से वातावरण में ठंडक घुलने लगी और रात होते-होते ठंड का असर बढ़ गया। बहरहाल सोमवार को अधिकतम तामपान 23.8 और न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

इसलिए फिजाओं में घुली ठंडक

क्षेत्रीय मौसम कार्यालय के मौसम विज्ञानी देवेंद्र तिवारी ने बताया कि वेस्टर्न जेट स्ट्रीम (पश्चिम से पूर्व की तरफ काफी तेज रफ्तार से बहने वाली हवाओं का समूह) अब भी मौजूद है। जेट स्ट्रीम जहां भी सक्रिय रहता है, वहां के मौसम के मिजाज के लिए उत्प्रेरक का काम करता है। यही वजह है कि घना कोहरा और सर्द हवा का दौर जारी है। वर्तमान में मराठवाड़ा में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात और कर्नाटक से लेकर मध्य महाराष्ट्र से होकर विदर्भ तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जिससे अरब सागर से कुछ नमी आ रही है और प्रदेश के अधिकतर शहरों में बादल, कोहरे और शीतलहर की स्थिति बनी हुई है। अगले एक-दो दिनों तक मौसम इसी तरह बना रहने का अनुमान है।

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