*ग्वालियर पुलिस का टीआई मेरा भाई वाला रूप देखने को मिला*
*थाना प्रभारी व एसडीओपी के प्रयास से दोनों एक हुए और पुलिस ने भाई बनकर करी गोद भराई*
*गर्भवती पत्नी की पति ने लात घूसों से की थी मारपीट उटीला थाना में हुई थी fir*
एसपी श्री राजेश चंदेल के मार्गदर्शन व एएसपी श्री अमृत मीना के निर्देशन में ग्वालियर पुलिस का टीआई मेरा भाई वाला चेहरा देखने को मिला जब एक गर्भवती महिला अपनी एक साल की बेटी को लेकर थाना उटीला रिपोर्ट लिखवाने आयी थी तो थाने में मारपीट की fir लिखी गई। fir के बीस दिन बाद पुनः महिला शिकायत लेकर एसडीओपी बेहट् संतोष पटेल के पास आई कि उसका पति उसे साथ नहीं ले जा रहा है वो मायके में रह रही है कब तक उसके माँ बाप रखेंगे। थाना प्रभारी उटीला शिवम् राजावत ने बहन को भरोसा दिलाया कि दो दिन में आपका ये भाई आपको ससुराल पहुँचाएगा और पति लेने आएगा।
पति पत्नी के छोटे मोटे विवाद वर्षों तक चलते हैं जिससे आर्थिक व मानसिक रूप से नुक़सान होता है व परिवार का सामाजिक विघटन भी होता है। पुलिस द्वारा दोनों पक्षों को थाने के सामने मंदिर पर बैठाकर समझाया गया व शक संदेह को दूर करने का प्रयास किया गया। जिसमें मायके पक्ष से यह बात आई कि दामाद हमारी बेटी को साथ में रखे और जहां भी कपड़े बेचता वहीं बेटी को रखे। जिस पर दामाद नवल बंजारा भी तैयार हो गया और पुलिस ने गर्भवती बहन को साड़ी, साल, फल मिठाई व देकर गोदभराई की। दोनों ने वरमाला डालकर पुनः एक होकर दंपत्त्य जीवन जीने का संकल्प लिया। पुलिस ने दोनों को मोटरसाइकिल से विदा किया जिसने बेटी की माँ और दोनों पक्ष बहुत खुश नज़र आये।