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इटावा। डीएफ ओ इटावा सहित वन क्षेत्राधिकारी लखना मामले में चुप्पी साधे बैठे, स्थानीय जिम्मेदार सालों से काट रहे मौज

*डीएफ ओ इटावा सहित वन क्षेत्राधिकारी लखना मामले में चुप्पी साधे बैठे, स्थानीय जिम्मेदार सालों से काट रहे मौज*

*संरक्षण में जंगली लुटेरे जीवन देने वाले सैकङों हरे भरे वृक्षों को मिलीभगत से वन क्षेत्र को समाप्त करने में लगे हैं उच्च अधिकारियों को गुमराह कर रहे हैं*

*इटावा:बकेबर*
*व्यूरो चीफ:-अविनाश शर्मा*
हम बात कर रहे हैं एक वन परिक्षेत्र की जहां वर्षों से तैनात वन विभाग के जिम्मेदार पद पर आसीन बैठे वन दरोगा एवं वनरक्षक की जो कि तैनाती की अवधि की सीमा से अधिक वर्षों से उच्च स्तरीय खासे संबंध होने के चलते अपने तैनाती क्षेत्र में डेरा जमाए अपनी कुर्सी पर बैठे हैं।
लखना वन रेंज की जहां वन दरोगा रामसेवक शर्मा करीब तैनाती वर्ष से अधिक तथा वनरक्षक महेश यादव करीब तैनाती वर्ष से अधिक समय से तैनाती की अवधि से अधिकतम वर्ष बीत जाने के बावजूद स्वयं के मनवाने रवैया के चलते अपने-अपने पद पर आसीन है।
विभाग के नियमों को पलीता लगा रहे वन दरोगा एवं वनरक्षक की तैनाती की तीन वर्ष की अवधि पूर्ण हो जाने के बावजूद डीएफओ इटावा अतुल कांत शुक्ला का ध्यान इस ओर अब तक क्यों नहीं गया?? बड़ा सवाल
अगर देखा जाए तो सूत्रों के मुताबिक अधिकतर वन दरोगा एवं वनरक्षक के कार्य क्षेत्र में ही गैर जिम्मेदाराना तरीके से सैकड़ो हरे-भरे प्रतिबंधित प्रजाति के वृक्षों को जड़ से काटने का मामला सामने आते है। जिन पर आज तक सांठगांठ के चलते कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
लोगों के द्वारा बताया जाता है कि विभाग के संरक्षण में जंगली लुटेरों द्वारा सैकड़ो हरी भरी वृक्षों को काटने में लगे हैं यदि कोई व्यक्ति या वन प्रेमी इसकी मौखिक शिकायत करें तो कार्रवाई करने के बजाय संबंधित अधिकारी उक्त लकड़ी के काटने को उक्त स्थान से दूसरे स्थान पर हटाने की सलाह देकर हरी झंडी दिखाते है।
*किसी भी‌ मामले के संबंध में डीएफओ इटावा अतुल कान्त शुक्ला से बात की जाती है। तो तो उनके द्वारा फोन नहीं उठाया जाता है*
क्षेत्र वासियों ने बताया कि लखना वन रेन्ज मे तैनात जय वीरु की जोडी जो कयी सालों से एक ही जगह तैनात होने के कारण पूरा वन क्षेत्र को वन माफियाओं से मिल कर वन उजडवाने में लगा है ये जय वीरू की जोडी जो कि आज कल बच्चो बच्चो की जुवान पर यह नाम जो की‌ वन दरोगा व वन रक्षक भक्षक बने वैठे है यह जोडी वन विभाग के नाम पर वदनुमा धव्वा बन कर रह गया है।
मामला ग्राम नगला कले‌ मे हरे भरे शीशम के पेड़ को कटवाया गया । जिसकी शिकायत होने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हुई। आखिरकार कब तक इन जैसे वन भक्षकों पर कार्यवाही से बंचित रहेगे।
इन दोनों लोगों की समय अवधि पुरी होने के वाद यहां से कार्यक्षेत्र क्यों नहीं बदल गया।
पर्यावरण प्रेमी डॉ॰ संजय दीक्षीत, ऋषि शुक्ला, मुकेश चौधरी, राधे चौधरी,अशोक शुक्ला,फिरोज,अशोक तिवारी,रामगोविन्द तिवारी, छोटू,पिन्टू,राहुल,अर्पित कुमार के अलावा जीवन बचाओ फाउण्डेशन के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी इटावा अवनीश राय से जांच कर ठोस कार्यवाही करने की मांग की है।

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