
•गुजरात में एक दशक में पहली सीट लाकर देशभर में चर्चित चेहरा गेनी बेन ठाकोर
•बनास नी बेन : गेनी बेन (बनास की बहन : गेनी बहन)
इंडियन टीवी न्यूज | गुजरात | पाटन/बनासकांठा
गुजरात में कांग्रेस पार्टी की यह करीब एक दशक में पहली सीट है. पिछले कम से कम 2 चुनावों से यहां सभी सीटें बीजेपी जीतती आ रही थी. 2014 में यह सीट हरिभाई परथीभाई चौधरी ने जीती थी, जबकि 2019 के चुनावों में यह सीट बीजेपी के ही एक अन्य नेता परबतभाई पटेल के खाते में चली गई. पटेल को 679,108 वोट मिले थे, जबकि रेखा चौधरी को 507,856 वोट मिले थे.
कांग्रेस उम्मीदवार गेनीबेन ठाकोर ने बनासकांठा सीट पर अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी उम्मीदवार डॉ. रेखाबेन चौधरी के खिलाफ 31,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की है. गेनीबेन ठाकोर वर्तमान में बनासकांठा जिले की वाव विधानसभा सीट से विधायक हैं, अपनी जीत के साथ गेनीबेन ने गुजरात में बीजेपी के क्लीन स्वीप के अभियान को रोक दिया है. इस जीत के साथ ही वह व्यक्तिगत रूप से गुजरात कांग्रेस के भीतर एक बड़ी नेता के रूप में उभरी हैं.
गेनीबेन की जीत से कांग्रेस बेहद खुश हैं, वजह यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य के लोकसभा में कांग्रेस का एक सांसद चुना है. कांग्रेस पार्टी के पास इस समय गुजरात से केवल एक सांसद है, जो गुजरात कांग्रेस प्रमुख शक्तिसिंह गोहिल हैं. वे राज्यसभा सदस्य के रूप में चुने गए हैं.
•कौन है गेनी बहन?
48 वर्षीय गेनीबेन ठाकुर विधायक रह चुकी हैं. 2022 और 2017 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुई थीं. उन्होंने 2017 का चुनाव 6655 वोटों के अतंर से चुनाव जीता था. इससे पहले 2012 में भी उन्होंने चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
•गेनीबेन ने उतार-चढ़ाव के बीच दर्ज की जीत
गेनीबेन की जीत के कांग्रेस के लिए कई मायने हैं। इसका कारण है कि 2014 के बाद से यहां कांग्रेस एक जीत को तरस रही थी।
मंगलवार को भी मतगणना की शुरुआत में वह भाजपा उम्मीदवार डॉ रेखाबेन हितेशभाई चौधरी से पिछड़ गई थी, लेकिन फिर उन्होंने वापसी की।
इसके बाद उतार-चढ़ाव का खेल चलता रहा और आखिर में गेनीबेन ने जीत दर्ज कर ली।
गेनीबेन को कुल 6,71,883 वोट मिले, जबकि रेखाबने को 6,41,477 से संतोष करना पड़ा।
•गुजरात से कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करने वाली एकमात्र सांसद
गेनिबेन गुजरात से कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करने वाली एकमात्र सांसद हैं. पिछले दो लोकसभा चुनाव से गुजरात की सभी सीटों पर भाजपा का कब्जा रहा है. गुजरात में कांग्रेस पार्टी को एक दशक में हासिल होने वाली पहली लोकसभा सीट है. 2014 में बनासकांठा सीट हरिभाई परथीभाई चौधरी ने जीती थी, जबकि 2019 के चुनावों में यह सीट भाजपा नेता परबतभाई पटेल के खाते में चली गई थी.
•गेनीबेन ने जताया बनासकांठा की जनता का आभार
चुनाव में जीत के बाद गेनीबेन ने कहा, “मैं बनासकांठा के कांग्रेस कार्यकर्ताओं और मतदाताओं का दिल से आभार व्यक्त करती हूं। बनासकांठा के लोगों ने मुझे वोट और नोट दोनों दिए हैं और मैं उनसे किए गए सभी वादे पूरे करूंगी।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं एक बार फिर उन्हें “बनास नी बेन गेनिबेन’ (बांससनकथा की बहन गेनिबेन) का नारा गढ़ने के लिए धन्यवाद देती हूं और जब तक मैं जीवित हूं, उनकी सेवा करने का वादा करती हूं।”
पीनल नील कुमार की खास रीपोर्ट इंडियन टीवी न्यूज पाटन गुजरात