
रिपोर्टर सुरेन्द्र सिंह बडेर अलवर (इंडियन टीवी न्यूज़)
श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ठा. योगेंद्र सिंह कटार मुख्य अतिथि होने के बाद मुख्यासन का त्याग कर साधारण कुर्सी में बैठ गए
मध्यप्रदेश । महामंडलेश्वर जी की गरिमा उनके मान की रक्षा कर सके, उन्होंने कहा मैं गुरुदेव की बराबरी में नही बैठूंगा।
जिस व्यक्ती के लिए इतना बढ़ा कार्यक्रम रखा गया उसने धर्म की रक्षा के लिए अपना मुख्यासन छोड़ दिया , सोचो वो समय आने पर देश के लिए क्या नही छोड़ सकता , यह मर्यादा रामचंद्र के बाद योगेंद्र सिंह कटार में देखी है जिस मंच में महामंडलेश्वर थे उस मंच में जूते तक नही पहने कटार जी ने ।
ऐसे धर्मात्मा व्यक्ति के लिए कुछ ओछी मानसिकता के लोग मन में कपट रखते है , वो लोग मुझे मानसिक विच्छिप्त लगते है जो हीरे को कांच का टुकड़ा समझने की मूर्खता कर रहे है ।
पहचानो इसे यह साधारण नही असाधारण है।
यह जयमल का रक्त कलयुग का धर्मपरायण है।।
इन दोनों तस्वीरों को देखो और गौर करो देखो कैसे धर्म निभाया है धर्मपरायण कटार जी ने ।